Positive India;Delhi: Dec 03, 2020.
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) को इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ इंश्योरेंस सपुरवाइजर्स (आईएआईएस) की सदस्यता मिली है।
आईएआईएस का गठन वर्ष 1994 में हुआ, जिसका मुख्यालय स्विटजरलैंड में स्थित है। यह एक स्वैच्छिक संगठन है। जिसमें 200 से ज्यादा न्यायाधिकरण (अधिकार क्षेत्र) के दायरे में आने वाले इन्श्योरेंस सुपरवाइजर और नियामक जुड़े हुए हैं। जो कि दुनिया के 97 फीसदी इंश्योरेंस प्रीमियम में हिस्स्दारी रखते हैं। इन्श्योरेंस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानक बनाने, नियमों को तय करने और उसके लिए जरूरी सहयोग देने में इस संगठन की अहम भूमिका रहती है। आईएआईएस इसके अलावा अपने सदस्यों को एक प्लेटफॉर्म भी मुहैया कराता है, जहां पर वह अपने, इंश्योरेंस सुपरविजन और इंश्योरेंस बाजार के अनुभवों को साझा करते हैं। अपनी इन्हीं खासियत की वजह से आईएआईएस को जी-20 देशों के नेताओं और दूसरे अंतराष्ट्रीय संगठनों द्वारा नियमित से आमंत्रित किया जाता है।
आईएआईएस की सदस्यता हासिल होने से आईएफएससीए को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आईएआईएस के नेटवर्क का फायदा मिलेगा। साथ ही वह दूसरे नियामकों के साथ सूचनाओं और विचारों का भी आदान-प्रदान कर सकेगा। इसके अलावा गिफ्ट (जीआईएफटी) सिटी में स्थित आईएफएससी को एक वैश्विक इंश्योरेंस हब के रूप में विकसित करने में भी मदद मिलेगी। इस समय जीआईएफटी आईएफएससी में इंश्योरेंस क्षेत्र से जुड़ी 17 प्रमुख कंपियां इंश्योरेंस और री-इंश्योरेंस का कारोबार कर रही हैं। आईएआईएस की सदस्यता मिलने से आईएफएससी के लिए वैश्विक इंश्योरेंस संस्थाओं के साथ जुड़ने का न केवल मौका मिलेगा, बल्कि आईएफएससीए के साथ मिलकर दूसरे वैश्विक केंद्रों पर भी इंश्योरेंस बिजनेस का मौका मिलेगा।
इस समय आईएआईएस के अग्रणी सदस्यों में यूनाइटेड किंगडम- फाइनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटी (एफसीए), यूएसए-नेशनल एसोसिएशन ऑफ इंश्योरेंस कमिशनर्स(एनआईएएस), यूएसए-फेडरल इंश्योरेंस ऑफिस ऑफ द इंश्योरेंस ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी (एफआईओ), सिंगापुर- मॉनेट्री अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर (एमएएस), भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) शामिल हैं।