आपको अगर भविष्य में हिंदू राष्ट्र चाहिए, तो वोट कीजिए, अन्यथा…
-तत्वज्ञ देवस्य की कलम से-
Positive India:Tatvagyan:
हिंदुओं को सिखाया गया है कि वे वोट(Vote) न दें,विशेषकर अपने धर्म या उसकी सुरक्षा के लिए बिलकुल मत दें,ये उन्हें बार बार ब्रेनवॉश कराया जाता है,और इसके चलते वो वोटिंग वाले दिन,या तो जाते ही नहीं,या शाम का इंतज़ार करते हैं,और जब पहुंचते हैं,तब तक अधिकतर कनवर्टेड हिंदू वोट कर चुके होते हैं,या लंबी कतारें लगाए खड़े रहते हैं,वो लंबी कतारें देख,हिंदू वापस लौट जाता है,ये सोचकर कि,उस एक के वोट न देने से,
उसकी पार्टी कहां पराजित होने वाली है..
ये ही अति का आत्मविश्वास,हिंदुओं को ले डूबता है..
ये ही कामचोरी हिंदुओं पर भारी पड़ती है..
ये ही आरामखोरी,हिंदुओं का घर तक उनसे छीन लेती है..
और
देखते ही देखते एक राज्य..
बंगाल बन जाता है..
एक राज्य कर्नाटक बन जाता है..
कनवर्टेड कौम सबसे पहले अपने मजहबी हितों पर मतदान करती है।क्या उनकी नौकरियां,धंधे नहीं हैं?क्या उन्हें धूप गर्मी नहीं लगती?क्या उनके बच्चे नहीं हैं,उनके तो अल्लाह की मेहरबानी से 9–9 हैं,वोटर भी अधिक हैं आपसे,तब भी वो जाते हैं,और जब उनके साथ शहर शहर में बांग्लादेश से बंगाल और असम के रास्ते भारत के कोने कोने में फैले, रोहिंग्या कनवर्ट भी अपने नेताओं के इशारों पर बनाए गए वोटर आईडी और आधार के बलबूते वोट देने पहुंच रहे हैं,तो आपको कौन रोक रहा है?
आपका ही राष्ट्र है ना..?
या आप अयोध्या नगरी में मुझे मिले उन कुछ निर्लज्ज लोगों में से हैं,जो केवल इसलिए वोट नहीं देना चाहते क्योंकि,सीट उनकी जाति के व्यक्ति को नहीं दी गई है,बल्कि उसको दी गई है,जिसने अयोध्या में काम करवाया है,प्रदेश और केंद्र सरकार की योजनाओं को अच्छे तरीके से लागू करवाया है..
ये वो मौकापरस्त स्वार्थी हिंदू हैं,जो लाखों श्रद्धालुओं से हजारों लाखों कमा रहे हैं,अपने घरों को होम स्टे बना कर,श्री राम मंदिर के वीवीआईपी दर्शन कर रहे हैं,ये वो हैं,जिन्होंने मुख्यमंत्री जी से अवार्ड भी प्राप्त किया है,ये वो हैं,जो स्वयं को शिक्षक कहते हैं,समाज सेवक कहते हैं,बड़ा कारोबारी बताते हैं,हिंदू कहते हैं..पर इनके घर में खाना कनवर्टेड लोग बनाते हैं,इनको उन कनवर्टेड शेफ और नौकरानियों का थूक मिला खाना इतना पसंद है,कि कहते हैं,कि पार्टी ने हिंदू मुस्लिम समरसता को ठेस पहुंचाई है,
नहीं तो उनकी श्रेष्ठ जाति के लोगों के कनवर्टेड कौम से,
बड़े घनिष्ट सम्बन्ध थे..
इतने अच्छे संबंध थे,
तो दे देते पहले ही श्री राम लला को उनका भव्य मंदिर..
जिस मंदिर के कारण,आप गाड़ी पर गाड़ियां उठा रहें हैं,
जिस मंदिर के कारण आप आईफोन से लेकर मैक बुक अपने बच्चों पर लुटा रहे हैं..
पर आप नहीं करेंगे वोट..
क्यों?
बस इसलिए कि,
सीट आपकी जाति के व्यक्ति को नहीं मिली..
सीधे सीधे बोलिए,उसको नहीं मिली जिससे आपको अनैतिक आर्थिक फायदा मिलने की उम्मीद थी..
सीट मिली हिंदू को,हिंदू के लिए,हिंदू के द्वारा..
लेकिन आप उसको वोट नहीं देंगे..
क्यों?
“अरे मेरी मर्ज़ी,राम मंदिर बना तो मुझे क्या मिला,सड़कें बनी तो मुझे क्या मिला,फ्लाईओवर,अस्पताल बनें तो मुझे क्या मिला,देश विश्व स्तर पर आगे बढ़ा,तो मुझे क्या मिला?,मैं तो दूंगा कांग्रेस को वोट,या बसपा सपा को वोट,जिससे मुझे फायदा पहुंचेगा,मैं उसे ही दूंगा,My vote my choice”
हां हां आपकी चॉइस दिख रही है,
आप तो खुश हो रहे हैं,कि वोट कम पड़ रहा है..
शायद आप इतिहास के उन जैसे लोगों की पुनरावृति मात्र हैं,
जिन्होंने तलवारों के समक्ष अपने धर्म को त्याग दिया था,जिन्होंने पैसों और वासना की लालच के चलते,अपने आराध्य के मंदिरों को तोड़ने वालों से,अपने लोगों का नरसंहार करने वाले,
नरभक्षियों से हाथ मिला लिया था..
शायद आप भी वही करेंगे,ये बड़े बाल,दाढ़ी मूंछ में से मूंछ हटा लेंगे,और खतना करवा लेंगे,अपने बच्चों को कलमा पढ़ा लेंगे और तोहफे में अपनी अर्धांगिनी के लिए 3 सौतन उठा लेंगे..हैं ना?
या आप दिल्ली में बैठे उन फर्जी जातिवादियों में से,एक हैं,जो लड़की के नाम से फेक आईडी चलाकर,स्वयं को हिंदू मानने से ही इंकार कर चुके हैं,और सबको केवल जाति के आधार पर वोट करने के लिए भड़का रहे हैं,वो स्वयं को एक बहादुर योद्धा जाति का बताते तो हैं,पर दिल्ली में बैठ,अपने बुआ फूफा के पैसों पर पल रहे हैं,और दिन रात ड्रग्स के नशे में चूर रहते हैं,जो ड्रग्स,दारू के पैसे दे दे,उस पार्टी के लिए प्रचार में लग जाते हैं,
क्या आप उनके समर्थक हैं?
तो जान लीजिए,ये सब मौकापरस्त लोग,गायब रहेंगे,जब दूसरा पक्ष जीतेगा और भारत में शरिया लागू हो जाएगा..
आपकी आराम परस्ती का नतीजा यह हुआ है,कि भारत में हिंदू आठवें दर्जे के नागरिक बने हुए हैं..
अगर ये बदलना है,तो आराम को लात मारकर,अपनी देह से बाहर करिए,और वोट करिए,नहीं तो भूल जाइए अपने त्योहार मनाना जिस जोश से पिछले कुछ वर्षों से आप परिवार संग मना पा रहे हैं,हर हर महादेव,जय श्री राम,जय सियाराम,जय श्री कृष्ण,लिख पा रहे हैं,बोल पा रहे हैं,
और आपको जेल नहीं हो रही..
आपको अगर भविष्य में हिंदू राष्ट्र चाहिए,
तो वोट कीजिए..
नहीं तो 1947 में जो हिंदू बहुल सियालकोट में हुआ,उसकी ही भांति कई हिस्से फिर एक इस्लामिक शासन का हिस्सा बनेंगे,तब भी हिंदू घर से बाहर नहीं निकले थे,और नतीजा डायरेक्ट एक्शन डे के दिन,उनकी महिलाओं का गैंग रेप हुआ,मारा गया,सर धड़ से अलग करे गए,नवजात बच्चों को सड़कों पर पटका गया,तलवारों से दो हिस्सा किया गया..
इतिहास से जो सीख नहीं लेता,
इतिहास उसके लिए स्वयं को दोहराता है
बार बार दोहराता है,और हर बार वो और कठोर तरीके से स्वयं को दोहराता है,ताकि सबक ले कर,स्वयं में बदलाव करें और अपना भविष्य बदलें,नहीं तो..उन राक्षसों द्वारा,
कनवर्ट होने या कटने के लिए तैयार रहें.!
जय जय श्री कृष्ण🙏🏻☝🏻🚩
साभार:तत्वज्ञ देवस्य-(ये लेखक के अपने विचार हैं)