आईसीएटी ने किया अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन शोर, कंपन और कर्कशता विषय पर।
मानेसर में ऑटोमोटिव शोर, कंपन और कर्कशता (आईएनवीएच) के बारे में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं कार्यशाला का आयोजन किया
इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) ने 23 और 24 मई, 2019 को आईसीएटी, मानेसर में ऑटोमोटिव शोर, कंपन और कर्कशता (आईएनवीएच) के बारे में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं कार्यशाला का आयोजन किया।
आईसीएटी द्वारा आयोजित ऑटोमोटिव एनवीएच पर द्विवार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला का यह पांचवां कार्यक्रम था। इस आईएनवीएच सम्मेलन एवं कार्यशाला श्रृंखला से , आईसीएटी का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और इस क्षेत्र के जाने-माने विशेषज्ञों को शामिल करके व्यावसायिक और शिक्षाविदों के लिए जानकारी के आदान-प्रदान हेतु एक मंच उपलब्ध कराना है।इस दो दिवसीय आयोजन में वाहन उद्योग के विभिन्न वर्गों के लगभग 220 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान आयोजित सत्रों में विभिन्न अनुसंधान और विकास गतिविधियों, उद्योग प्रक्रियाओं, परीक्षण विधियों और मानकों के बारे में ध्यान केन्द्रित किया गया। वाहन उद्योग के सामने आज रही एनवीएच चुनौतियों के बारे में एक पैनल चर्चा का भी आयोजन किया गया। प्रतिभागियों में एनवीएच क्षेत्र में मौजूदा रूझानों को वैश्विक परिप्रेक्ष्य देने के लिए एनवीएच की समस्या सुलझाने वाली रणनीतियों और एनवीएच प्रौद्योगिकी के मूल तत्वों के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया।इस सम्मेलन में प्रमुख अनुसंधान और विकास संस्थानों, महिंद्रा रिसर्च वैली, टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, महिंद्रा ट्रक और बसें, सीमेंस पीएलएम सॉफ्टवेयर, 3 एम इंडिया, कॉमस्टार ऑटो, एडम्स टेक्नोलॉजीज, अपोलो टायर्स, महिंद्रा ट्रैक्टर्स के वक्ताओं ने भाग लिया।। प्रतिनिधियों ने ऑटोमोटिव एनवीएच-मौजूदा चुनौतियां और भविष्य के रुझानों, भारतीय ओईएम की स्क्वीक एंड रेटल – विकास चुनौतियां, ट्रैक्टर एनवीएच, टायर और सड़क घर्षण, मोटर शोर और भारतीय उद्योग में एनवीएच सॉफ़्टवेयर के महत्व जैसे ऑटोमोटिव एनवीएच जैसे अनेक मुद्दों के बारे में अपनी जानकारी साझा की। इस आयोजन में सही मूल्यांकन, मॉडल परीक्षण, ध्वनि की गुणवत्ता, स्रोत स्थानीयकरण के बारे में विभिन्न प्रदर्शनों का भी आयोजन किया गया।