आखिर आप मैरिटल रेप को मेजर कैसे करेंगे…!!!!!
- अनुमेहा पंडित की कलम से-
Positive India:Anumeha Pandit:
आखिर आप मैरिटल रेप को मेजर कैसे करेंगे…!!!!!
पति-पत्नि के रिश्ते मे सबसे यूनिक क्या है ? एक – दुसरे के फिजिकल डिज़ायर को स्पेश देना या फुलफील करना । कोई भी पत्नि ये नही कह सकती की ये मेरा शरीर है और मुझे छुने से पहले एप्लिकेशन देना की , फलाने तारीख को , फलाने बज़े , फलाने पोजीशन मे आप आज्ञा दे तो आपके पत्नि होने का लुत्फ़ उठाना चाहूँगा । रिजेक्टेड और ग्रांटेड एप्लिकेशन को अलग-अलग फाइलिंग करे ताकी कोर्ट मे केस हो तो बता सके की देखो , इसने जब 20 ऐप्लिकेशन रिजेक्ट किये तो 21वां दिन मैने ताकत इस्तेमाल कर ली ।
पत्नि कहे की ऐप्लिकेशन मे एक बार ग्रांट किया था लेकिन दो बार संबंध बनाकर इसने मेरा शोषण किया ।
स्त्री-पुरुष , दोनो के लिए सेक्स बिल्कुल अलग मामला है । पुरूष के लिए ये स्पष्ट और स्वतंत्र है । स्त्री के लिए ये इंटरकनेक्टेड है । उसको आस- पास सबकुछ अच्छा और रूमानी होगा , उसके बाद भी घन्टा भर उसका मूड बनाने के लिए आपको मेहनत करना पड़ सकता है ।
स्त्री का विवाह होते ही , हर दिन कुछ न कुछ ऐसा जरूर होता है की उसका मूड खराब हो जाय । इसीलिए प्रेमिका भी जब पत्नि बन जाती है तब पुरूष हैरान रह जाता है की ये वही है जो विवाह से पहले थी…। पत्नि मार-पीट नही करती , परन्तु ये भी सही है की हर पत्नि असहयोग आन्दोलन की एक्सपर्ट होती है । ये भी सच है की पति को जितना पत्नि से शिकायत नही होती , उससे कई गुना ज्यादा पत्नि को पति से होती है ।
इस तरह ” my choice” मे अपने नम्बर के इन्तज़ार मे कई पतियों की उम्र निकल जायेगी ।
सच मे एक स्वस्थ समाज के लिए आप कन्सर्न है तो पुरूष को भी सुनिए , उनके समस्या पर भी बात किजीए । अपराधिक मनोवृत्ति के पुरूष के लिए अलग से उपाय किया जाना चाहिए , पुरूष को सिर्फ पोटेंशियल रेपिस्ट के रूप मे स्थापित कर देने के भी बहुत खतरे हैं।
नोट: ये पोस्ट सिर्फ सामान्य पति- पत्नि के संदर्भ है । ब्रुचुअल सिचुएशन मे अगर पत्नि तय कर ले की पति को दण्डित ही करना है तो पर्याप्त कानून है ।
साभार: अनुमेहा पंडित-( यह लेखिका के अपने विचार हैं)