एक भारतीय स्त्री की एक आवाज ने कैसे 57 मुल्कों को हिला दिया ?
-विशाल झा की कलम से-
Positive India:Vishal Jha:
बहुत गहरी बात है कि एक स्त्री की एक आवाज ने अच्छे अच्छों को हिला कर रख दिया। न केवल 57 मुल्क हिल गए, बल्कि स्वयं उनके मजहब में भी कुछ ऐसे लोग थे जिन्हें तथ्यों की जानकारी का भारी अभाव था। इस नए विमर्श में ढेर सारे तथ्यों को उजागर किया और हाथों हाथ लोगों को पहुंचा दिया।
महाराष्ट्र में साद अशफाक अंसारी इंजीनियरिंग का स्टूडेंट है। उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बहुत वाजिब सवाल पूछे। उन्होंने पूछा, क्या आप अपनी 6 साल की बेटी का किसी 50 साल के व्यक्ति को सौंप सकते हैं? निश्चित ही यह चाइल्ड एब्यूज का मामला है। फिर क्या था, पूरे समुदाय की एक बड़ी भीड़ शनिवार रात को उसके आवास पर पहुंच गयी। प्रदर्शन करने लगी। कलमा पढ़ने के लिए लड़के पर लोग जोर डालने लगे।
महाराष्ट्र के भिवंडी थाना ने आज उस लड़के को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। फ्रीडम आफ एक्सप्रेशन अब गए दिनों की बात हो गई। लेकिन क्या गिरफ्तारी से यह आवाज दबने वाली है?
डेढ़ हजार साल से जो आवाज दबी हुई है, उस आवाज को आजाद करने के लिए बाहर से कोई पहली बार ऊर्जा मिली है। यह आवाज दबने वाली नहीं है। पूरी ताकत के साथ अब स्वयं फैल जाना चाहती है। स्वयं उस खेमे में बहुत से ऐसे लोग हैं, जो इस सत्य को अब बोल जाना चाहते हैं। बोल कि लब आजाद हैं तेरे। हिंदुस्तान तुम्हारे साथ खड़ा है।
साभार:विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार हैं)