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न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स के लेख ने मनीष सिसोदिया की कलई कैसे खोल दी ?

-विशाल झा की कलम से-

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Positive India:Vishal Jha:
अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स में तस्वीर छपना वास्तव में बड़ी बात है। ठीक उतना ही जितना अमेरिका का फिल्म फॉरेस्ट गंप पर लाल सिंह चड्ढा बनाना। पर वक्त बीत गया जब ऊंचे नाम पर्याप्त हुआ करते थे, अब भेद खुलते वक्त नहीं लगती।

न्यूयॉर्क टाइम्स में लेख छापने वाला करण दीप सिंह दिल्ली का पत्रकार है और उसका राजनीतिक झुकाव किस प्रकार है ये बातें बड़ी तेजी से सामने आई। मोदी के खिलाफ करण दीप सिंह के नफरत वाले ट्विट्स सोशल मीडिया पर वायरल हैं। पीआर मैनेजमेंट की भी एक सीमा होती है। इस सीमा को बॉलीवुड वाले भी पार नहीं करते। अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया को दुनिया का सबसे बेहतरीन शिक्षा मंत्री घोषित कर दिया।

यह बात लोगों तक उतनी तेजी से नहीं पहुंच पाई, जितनी तेजी से न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स के मनीष सिसोदिया का पूरा प्लॉट खुलकर लोगों के सामने पहुंच गई। अरविंद केजरीवाल को अब बॉलीवुड की तरह स्वीकार लेना चाहिए कि पीआर मैनेजमेंट पर अब राजनीति का व्यवसाय नहीं चल सकता। कुछ काम करना ही पड़ेगा।

सोचिए मीडिया जब तक केवल टेलीविजन के कैबिनेट तक सीमित थी, अरविंद केजरीवाल जैसे मुखोटे नेता चांदी काटा करते थे। लेकिन मीडिया जब हाथों-हाथ पहुंच गई, टेलीविजन वाले भी अब करण दीप सिंह की सच्चाई सोशल मीडिया से प्राप्त ज्ञान के आधार पर ही बताएंगे।

साभार:विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार हैं)

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