न सांप मरा है न लाठी टूटी है पर तीसरे विश्व युद्ध की बला फिलहाल टल गई !
-दयानंद पांडेय की कलम से-
Positive India:Dayanand Pandey:
आख़िर वही हुआ जो कि उम्मीद थी। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन रुस पर राजनाथ सिंह बन गए। अपने संदेश में यूक्रेन प्रसंग पर चिंता जताते हुए रुस की कड़ी निंदा कर कुछ प्रतिबंध लगा कर , कुछ और कदम उठाने की बात कर दी। कल कुछ और आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा करेंगे। सिर्फ़ प्रतिबंध से होगा क्या ?
उलटे रुस और चीन इकट्ठे हो कर अमरीका की नाक में दम कर देंगे।
अफगानिस्तान में अमरीका मुंह की खाने के बाद कुछ और करने की स्थिति में था भी नहीं। कुल मिला कर यह कि रुस और चीन के एक साथ हो जाने से भारत के लिए कठिन स्थितियां स्वाभाविक हैं। दरिद्र और आतंकी पाकिस्तान कुछ और कूदेगा। यूक्रेन की ऐसी-तैसी तो हो ही गई। हां , जो बाइडेन रुस के लिए अभी भी दरवाज़ा खोले हुए हैं। इस बहाने रुस की हौसला अफजाई भी हो गई है।
कुल मिला कर यह कि न सांप मरा है , न लाठी टूटी है। राजनाथ सिंह की कड़ी निंदा जैसी बात हो गई है। अब उक्रेन जाने , रुस जाने। उन की आग में अमरीका अपना हाथ क्यों जलाए भला। जो भी हो तीसरे विश्व युद्ध की बला फिलहाल टल गई , यही एक बात हम सब के लिए शुभ है।
साभार:दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार हैं)