स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव को प्लाज्मा थेरेपी पर शंका
अगर 30 सेकंड तक सांस रोक ली मतलब कोरोना ने आपके फेफड़ो प्रभावित नही किया।
Positive India:Raipur;27 Sept 2020:
छतीसगढ़ में कोरोना की रोकथाम और लोगो मे जागरूकता बढ़ाने हेतु सीए समुदाय ने वर्चुअल माध्यम से बड़ा कार्यक्रम किया, जिसे पूरे प्रदेश के हज़ारों लोगों ने देखा। यह जानाकरी कार्यक्रम संयोजक सीए अमित चिमनानी,सीए ब्रांच रायपुर के अध्य्क्ष सीए किशोर बरड़िया व सचिव रवि ग्वालानी में सयुक्त रूप से दी। इसी मीटिंग में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्लाज्मा को लेकर अपना महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया।
कार्यक्रम को स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने संबोधित करते हुए कहा कि प्लाज्मा को लेकर अभी तक आईसीएमआर की गाइड लाइन नही आई है और शुरुआती प्रयोग में ये देखा गया है कि प्लाज्मा गंभीर मरीज़ों को बचाने में बहुत कारगर नही है। अगर धरातल पर देखा जाए तो कोविड-19 से ग्रसित गम्भीर मरीज जिन्हें प्लाज्मा की जरूरत है या जिनके परिजनों को लगता है कि प्लाज्मा थेरेपी से उनकी जान बच सकती है, वे चारों तरफ भागे भागे फिरते हैं, परंतु उन्हें प्लाज्मा नहीं मिल पाता क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से प्लाज्मा थेरेपी के लिए कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। इतना ही नहीं प्लाज्मा थेरेपी के लिए सबसे महत्वपूर्ण कोविड-19 एंटीबॉडी टेस्टिंग की गाइडलाइन भी छत्तीसगढ़ सरकार ने नहीं जारी की है, जो प्लाज्मा देने के लिए अति महत्वपूर्ण टेस्ट है।
सीए समुदाय की तरफ से उन्हें एक आग्रह किया गया कि अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज़ जब अस्पताल जाते है तो जब तक कोरोना टेस्ट न हो जाये उनका इलाज नही होता; इससे कई लोग अकाल मृत्यु को भी प्राप्त हो रहे है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इसका उपाय एंटीजन टेस्ट है, वो सुनिश्चित करेंगे कि हर अस्पताल में इसकी किट माजूद रहे।
रायपुर जिले की स्वास्थ्य अधिकारी मीरा बघेल जी ने भी विस्तार से सरकारी अस्पतालो की जानकारी दी व बताया कि बच्चो को अगर कोरोना हो जाये तो 10 वर्ष के ऊपर के बच्चो को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाती है। साथ ही छोटे बच्चो के साथ माता या पिता को साथ रहने की छूट दी जाती है व बच्चे बड़ी संख्या में ठीक हो रहे है घबराने की बात नही है।
वरिष्ठ डॉक्टर संदीप दवे ने बताया कि लोग आज भी लापरवाह है और कई दिनों तक वह घर का ईलाज कर रहे है। टेस्ट में देरी कर रहे है, इसीलिए वो बहुत खराब हालत में हॉस्पिटल आ रहे है जिसके बाद उन्हें बचाना मुश्किल हो रहा है। समय पर अस्पताल पहुचना बहुत जरूरी है।
हॉर्मोनिकल एक्सपर्ट डॉ बंदोउपाध्यय ने बताया कि लोगो का मास्क पहनने का तरीका बहुत गलत है, इसीलियर संक्रमण ज्यादा फैल रहा है। एक रुमाल या मुह में कपड़ा बांध लेना काफी नही है। उससे संक्रमण नही रुकेगा। इसीलिये अच्छा मास्क पहने और भीड़ वाली जगह पर तो डबल मास्क पहनना चाहिए। उन्होंने बताया कि शुगर के मरीज़ों को कोरोना से तिगुना खतरा होता है, इसीलिए ज्यादा सतर्कता रखने की जरूरत है। कोरोना होने से शुगर खुद ब खुद भी बढ़ती है, परंतु ये ज़रूरी नही की हर शुगर के मरीज़ को कोरोना होने पर हॉस्पिटल जाने की जरूरत है अगर शुगर लेवल ठीक है तो घर पर रहकर भी इलाज हो सकता।
अंत मे एम्स के डायरेक्टर नितिन नागरकर ने कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी मरीज़ को कुछ तकलीफे हो रही है और व्यक्ति को कोई भी दवा खुद नही खानी चाहिए। आप डॉक्टर्स से सलाह लेकर के ही दवा खाये। जहाँ जहाँ लोगो ने अति उत्साह दिखाया है, उन देशों ने तबाही देखी है। अभी आउटडोर एक्टिविटी का समय नही है। घर पर रहकर ही व्यायाम करना अभी के समय बेहतर है।
डॉक्टर नागरकर ने आगे बताया कि इम्युनिटी बूस्टर लेना कोई इलाज नही, परंतु उसका नुकसान भी नही है, इसीलिए सीमित मात्रा में लिया जा सकता है, परंतु वो लेने के बाद कोई ये न सोचें कि उसे कोरोना नही होगा।
कार्य्रकम को सीए समुदाय की मध्य भारत की क्षेत्रीय समिति, जोकि 7 राज्यों से मिलकर बनती है, उसके अध्य्क्ष देवेंद्र सोमानी व कोषड्यक्ष शशिकांत चंद्राकर ,रायपुर ब्रान्च अध्य्क्ष किशोर बरड़िया बिलासपुर ब्रांच के चेयरमैन विवेक अग्रवाल,भिलाई के अध्य्क्ष अमित राय ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन सीए अमित चिमनानी व धन्यवाद ज्ञापन सचिव रवि ग्वालानी व कोषाध्यक्ष रिद्धि सुराना(जैन) ने किया।
कार्यक्रम में सिकासा अध्य्क्ष अमिताभ दुबे, ब्रांच के उपाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, राजेश दोषी, ओ पी सिंघानिया,सुनील जोहरी, किशोर देशपांडे, आयकर बार के अध्यक्ष संजय बिल्थरे, विकास अग्रवाल रायगढ़,गुलशन अग्रवाल रायगढ़, आशीष मंगल अम्बिकापुर, आशीष अग्रवाल कोरबा, अविनाश टुटेजा बिलासपुर, प्रफुल्ल कोठारी भिलाई, हर्ष जैन भिलाई, आदि माजूद रहे।