Positive India:Rajesh Jain Rahi:
राम जी का साथ मिले, सत्य की सौगात खिले,
नववर्ष न्याय वाला, मिलके मनाइए।
झूमिये गले से लग, भोज का आनंद लेके,
हो सके तो दिल तक, आप जरा जाइए।
शब्द प्रेम वाले चार, बोलिए जरूर आप,
भावना के दीप सच्चे, भाव से जलाइए।
मन की मुराद पूरी, आपकी भी हो जाएगी,
मनमीत बनकर, आप भी दिखाइए।।
लेखक:कवि राजेश जैन राही, रायपुर।