

Positive India: सांगीतिक कार्यक्रम ‘हमारे साज आपकी आवाज’ में नन्हे बच्चों ने बजाए वाद्य यंत्र भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के अंतर्गत जैन दादाबाड़ी में रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में शुक्रवार शाम 7 बजे से सांगीतिक कार्यक्रम ‘हमारे साज आपकी आवाज’ में छोटे-छोटे बच्चों ने गिटार, तबला, हारमोनियम आदि वाद्य यंत्रों का शाश्त्रीय एवं सुगम शैली में वादन कर दर्शकों को चकित कर दिया। ‘ए लाइव थियेट्र्यिल एंड म्यूजिकल कन्सर्ट विथ कराओके’ पर विषुद्घ तौर पर आधारित इस मनमोहक कार्यक्रम में 36 बच्चों ने अद्भुत इंस्ट्रुमेंटल प्रस्तुतियां दीं। जिसका कुशल संचालन समृद्घि मंडल के अंकिता बरड़िया, श्वेता पगारिया, शालू कोठारी, नीतिशा दुग्गड़ द्वारा किया गया। नन्हें बच्चों की विस्मयकारी प्रतिभा को दर्शकों ने काफी सराहा।
तीर्थंकर परमात्मा नेमीनाथ के जीवन पर ‘नेम-राजुल-अमर त्याग की अमर कथा’ नामक लघु नाटिका का शुक्रवार शाम जैन दादाबाड़ी में मंचन हुआ। जिसमें अपनी बारात में दुल्हा बनकर जा रहे नेमी कुमार को जब मार्ग में बलि के लिए बंधन में रखे मूक पशुओं का करूण क्रंदन सुनाई दिया और उन्होंने अपने रथ का पहिया पशुओं के बाड़े की ओर मोड़ दिया। इस प्रसंग ने नेमी कुमार के हृदय में ऐसा वैराग्य जागृत किया कि उन्होंने अपने विवाह से इंकार कर साधू जीवन अंगीकार कर लिया। भावी पति के इस त्याग को जीवन का आदर्ष मानते हुए उनकी भावी धर्मपत्नी बनने जा रही राजुल ने भी संयम जीवन धारण किया। इस मार्मिक, हृदयस्पर्षी प्रसंग के प्रभावी मंचन ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इसी प्रसंग पर गीतिका ‘शादी करने आये नेम जी, कांकण डोरा तोड़ दिया, तोरण पर आकर के प्रभु ने रथ का मुखड़ा मोड़ दिया’ की मधुर प्रस्तुति को सुन सभी अभिभूत व मंत्रमुग्ध थे। प्रस्तुति दे रहे थे तपस्या जैन व अंजू संघोई के निर्देषन में सकल जैन समाज पश्चिम एवं स्टोरी लेन नामक संगठन के कलाकार। इस नाट्य मंचन में कार्यक्रम प्रभारी मोनिका बागरेचा, निकेश बरड़िया, नवीन कोटड़िया, प्रतीक देशलहरा , प्रियांक जैन, आकाश पारख, पियूष बरड़िया, चन्द्रेश जैन व दीपक बाफना की प्रमुख भूमिका रही।