Positive India: Delhi ;19 August 2020.
मुंबई विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति सुहास पेडनेकर द्वारा 17 अगस्त, 2020 को ऑनलाइन तरीके से नौसेना उच्चतर कमान पाठ्यक्रम-33 का उद्घाटन किया गया। उन्होंने ऑनलाइन प्रारूप अपनाने एवं अकादमिक तथा सैन्य शिक्षा मानकों में सुधार लाने के प्रयासों के लिए गोवा के नैवल वार कॉलेज (एनडब्ल्यूसी) की सराहना की। एनडब्ल्यूसी द्वारा वार्षिक रूप से संचालित भारतीय नौसेना का 37 सप्ताह का प्रमुख व्यावसायिक सैन्य शिक्षा प्रोग्राम सामुद्रिक रणनीति, नौसेना एवं संयुक्त अभियानों और रूपांतरकारी मुद्दों पर फोकस करता है। वाइस एडमिरल ए. के. चावला, पीवीएसएम, एवीएसएम, एनएम, वीएसएम, एडीसी, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, दक्षिणी नौसेना कमान ने पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों को वीडियो लिंक पर दिए गए अपने मुख्य भाषण में रचनात्मक अध्ययन के जरिये व्यावसायिक उत्कृष्टता अर्जित करने पर बल दिया। रियर एडमिरल संजय जे. सिंह एवीएसएम, वीएसएम, नैवल वार कॉलेज के कमांडेंट ने पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों का स्वागत किया और अकादमिक एवं पेशेवर सैन्य शिक्षा के संश्लेषण के साथ अकादमिक दृढ़ता और एनडब्ल्यूसी में सृजित बौद्धिक पूंजी के उच्च मानदंडों को नोट किया।
पाठ्यक्रम के 35 प्रतिभागियों में भारतीय नौसेना के 21 कैप्टन, भारतीय सेना के सात कर्नल, भारतीय वायु सेना के पांच ग्रुप कैप्टन एवं तटरक्षक बल के दो कमांडेंट शामिल हैं। कोर्स करीकुलम का उद्देश्य सामुद्रिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्वों से संबंधित समस्याओं के समाधान के कौशलों को परिष्कृत करने के लिए शोध कार्य एवं गहन चिंतन की कठिन पद्धति के जरिये बौद्धिक खोज को सबल बनाना है। समेकित सैन्य प्रचालनों को बढ़ावा देने के लिए, अधिकारी म्हाउ के आर्मी वार कॉलेज में पांच सप्ताह का संयुक्त ऑपरेशन कैप्सुल से भी गुजरते हैं। पाठ्यक्रम पूरा होने पर योग्य पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को मुंबई विश्वविद्यालय से ‘डिफेंस एवं स्ट्रेटजिक स्टडीज‘ में एम.फिल डिग्री भी प्रदान किया जाता है।