6 फरवरी को पूरे देश मे किसान हाइवे को तीन घंटे तक जाम करेगा–कथित किसान आंदोलन के नेता!!
नरेंद्र मोदी ने अपने मौन रणनीति से देश की जनता के सामने देश के दुश्मनों को नंगा कर दिया।
Positive India:Ajit Singh:
जब दो महीने से अधिक समय बीत गया….मोदी मर जा तू कह कर देख लिया….मोदी को भी ठोकेंगे कह कर देख लिया……….२६ जनवरी को उत्पात मचा कर देख लिया….तिरंगे का अपमान करके देख लिया……लेकिन जाने कौन सी मिट्टी का बना है ये मोदी कि हमारे झांसे मे,हमारे जाल मे फंस नही रहा है….गोली चला कर लाशे बिछाने की जगह वो धैर्य से हमारा ही जूता हमारे मुंह पर मार कर न केवल हम किसान रूपी जेहादी,अर्बन नक्सली,खालिस्तानी अलगाव वादियों के साथ हमारे समर्थक…हमे दाना पानी देने वाले कांगिओं,आपियों,वामियो तक को अपने मौन रणनीति से देश की जनता के सामने नंगा कर दिया…..देश को आग मे झोंक देने को आतुर राजनीति के पर्दे के पीछे छिप कर बैठे हमारे कुटिल,कपटी संरक्षको के चेहरे पर मुखौटा हटा दिया…..लेकिन मोदी ने गुलाबो,मैमूना और पायलट बाबू की तरह लाशे गिरा कर अपने अपमान का प्रतिशोध नही लिया….इसलिये हम गिद्धों की बेचैनी बढ़ती जा रही है….हमे अपने पुरखों से मिली मानव मुर्दे नोचने की आदत को खुराक नही मिल रही हैं…….दशकों से मुर्दे मलाई चाटने वाले हम पिछले सात साल से भूखे हैं……बेहद भूखे हैं….हम अपनी भूख मिटाने के लिये इस देश की अस्मिता से भी खेल सकते हैं…हमारे देश का कोई महत्व नही है…..यही जहर हमारी फिरंगी गिद्धन ने हमारी नसों मे भरा है…..लिहाजा हम ६ फरवरी को अपनी आग लगाने और उत्पात मचाने की अंतिम कोशिश को हाइवे जाम करने का नाम दिया है…….अबकि देखते हैं कि कब तक बर्दाश्त मोदी करेंगे….कब तक गोली नही चलायेंगे…कब तक हमे क्रां क्रां,क्रीं क्रीं वाला शोर मचा कर मुर्दे नोचने नही देंगे….आखिर पिछले ७३-७४ सालों से हम इन्ही को नोच कर तो पेट भरते रहें हैं….चाहे गांधी की हत्या के बाद पूना मे ब्राम्हणों का संहार…चाहे गौरक्षक संतो पर गोली चलवाना हो….चाहे बड़े पेड़ गिरने पर हुये गड्ढ़ों को भरने के लिये सिक्ख से लेकर कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार करना पड़ा हो….चाहे पंजाब,कश्मीर के आतंकवाद के नाम पर….चाहे नक्सलियों द्वारा की गई हत्याये हों…या चाहे मजहबी दंगो के नाम पर लाशें बिछी हों….हमने हमेशा नोच नोच कर बिना डकार लेकर खाने के बाद खुद को लोकतंत्र का रक्षक साबित किया है….लेकिन इ मोदिया है न….हमे भूखों मार देना चाहता है….देखतें है कि ६ फरवरी को हमे कैसे रोकेगा क्योंकि हम गिद्धों के साथ इस बार देशी ही नही बल्कि विदेशी डायनासोर भी खुल कर शिकार करने से लेकर शोर मचाने तक रहेंगे…..!!
( —देश को नोचने वाले गिद्धों के कबीले से आने वाला बेचैन और पीड़ित स्वर 👆…)
फिलहाल कई बार कह चुका हूं…पुन: कह रहा हूं कि…….कश्मीर से केरल तक…..गोधरा से बंगाल तक में सब अस्मिता,अस्तित्व और आस्था पर हो रहे आघात को देखने के बावजूद भी………अगर देश के हिन्दुओं को समझ मे नही आ रहा है और उनको रोज बताना पड़े कि उनके अस्तित्व के लिए…….आज संघ,भाजपा के साथ सनातन राष्ट्रवाद की अवधारणा का सीना ठोंक कर समर्थन करने वाले संगठन कितने जरूरी है…जबकि कांगी,वामी,आपिये,जेहादी,मिशनरी कुनबे कैसे उन्हे निगलने के लिये घात लगा कर बस एक मौके की तलाश मे बैठे है………तो फिर विश्वास करिये कि आप 1000 साल की मुस्लिम,अग्रेज जनित पराधीनता को झेलने के लिये बिल्कुल उपयुक्त पात्र थे…बुरा न मानियेगा……बाकी जय राम जी की…..!!
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
लेखक:अजीत सिंह-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)