राही की फुलझड़ी-चुनावी चक्कलस
जैसे ही मतदान पूरे हुए, एग्जिट पोल यानि नतीजों का अनुमान आया,
Positive India:Rajesh Jain Rahi:
जैसे ही मतदान पूरे हुए,
एग्जिट पोल यानि नतीजों का अनुमान आया,
एक राष्ट्रीय दल के अध्यक्ष ने घबराकर,
ध्यान, योग,मेडिटेशन का मन बनाया-
थाईलैंड, बैंकॉक जाने का टिकट कराया।
चोर चोर चिल्लाने की उनकी बीमारी स्वदेश में बढ़ती ही जा रही थी,
उन्हें थाईलैंड की मनोरम घाटी बेहद लुभा रही थी।
एक नेता ने अपनी हार का आभास होते ही,
अपनी प्यारी बुआ को फोन लगाया।
छुट्टियां बिताने गांव बुलाने,
हाथी पर मुफ्त सैर कराने का वचन याद दिलाया।
बुआ ने टूटी साइकिल घर पर ही फेंक देने को कहा।
छुपते छुपाते पैदल आने का रास्ता बताया।।
एक नेता तो चुनावी आकलन सुनते ही बौखलाया,
अपनी इस संभावित हार का जिम्मेवार जीतने वाली पार्टी को ठहराया।
खराब वोटिंग मशीन को जी भर कर कोसा, खुद को सर्वाधिक लोकप्रिय ईमानदार बताया।
एक नेत्री तो आकलन सुनते ही चिल्लाई, गुस्से में बड़बड़ाई,
ज़रा टीवी से बाहर निकलो, भीतर करा दूँगी।
जेल में सड़ा दूंगी।
एक नेता तो करारी हार की उम्मीद के बावजूद सपनों में खोया था,
और तो और हारने की ओर अग्रसर नेताओं के घर घर जा कर मिल रहा था
एग्जिट पोल को ढोल की पोल बोल रहा था।
खुद को जगमगाते काल्पनिक सिक्कों से तोल रहा था
चार रात के बाद चुनाव परिणाम आएंगे,
चार दिन की बची चांदनी में तथाकथित नेता खूब गोते लगाएंगे।
लेखक: राजेश जैन राही, रायपुर