राजनीति के महापंडित एक्जिट पोल से हैरत में क्यो?
पार्टियों के महागठबंधन की महा हवा को एग्जिट पोल ने फिस्स कर दिया है।
Positive India:Raipur:एग्जिट पोल ने महागठबंधन की महा हवा को टायं टायं फिस्स कर दिया है ।भारत की जितनी भी पार्टियां हैं, जो सेकुलरिज्म का दम भर्ती हैं, जो टॉलरेंस की बात करती हैं, जिनके लिए राष्ट्रवाद किसी गाली से कम नहीं है, ऐसी पार्टियों के महागठबंधन की महा हवा को एग्जिट पोल ने फिस्स कर दिया है।
यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि महागठबंधन की आड़ में वह लोग तथा वह पार्टियां इकट्ठी हुई थी जो स्वयं गले तक करप्शन में डूबी हुई है, जिनके नेता या तो जेल में है या फिर बेल पर है। इनके घोटाले हजारों करोड़ के नहीं बल्कि लाखों करोड़ के हैं फिर भी उनका दामन पाक साफ है। यह कैसे हो सकता है? ममता दीदी का बंगाल चुनाव के समय जल रहा हो और उन्हें यह सिर्फ खेल प्रतीत हो। घिन्न आती है ऐसी राजनीति से। ममता दीदी के लिए सभी टीवी चैनल्स के एग्जिट पोल किसी गासिप से कम नहीं है; सारधा घोटाले में उनके मंत्री जेल में है, कोलकाता पुलिस कमिश्नर सबूतों के छेड़छाड़ के जुर्म में अब कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं, पर दीदी के तेवर ऐसे जैसे वे ही इस भारत को पार लगाएंगी।
अब एक नजर एग्जिट पोल पर :न्यूज़ 24 चाणक्य ने भाजपा को 350 तो कांग्रेस को मात्र 95 सीटों का अनुमान दिया है, इंडिया टुडे माय एक्सेस इंडिया ने 339 से 365 भाजपा को और कांग्रेस को 77 से 108 सीटें दी हैं इसी प्रकार इंडिया टीवी ने भाजपा को 300 और कांग्रेस को मात्र 120 , सी एन एन ने भाजपा को 336 और महागठबंधन को 82 सीटें दी है । टाइम्स नाउ वीएमआर ने भाजपा को 3066 तथा कांग्रेस को 142 , रिपब्लिक भारत ने भाजपा को 305 तथा कांग्रेस को 124 सीटों का अनुमान दिया है। न्यूज़ नेशन ने भाजपा को 282 से 290 तथा कांग्रेस को 118 से 126; वहीं रिपब्लिक सी वोटर ने भाजपा को 287 तथा कांग्रेस को 128 सीटों का अनुमान दिया है। एबीपी ने भाजपा को 267 तथा कांग्रेस को 127 सीटों का अनुमान दिया है।
एग्जिट पोल को देखकर बड़े-बड़े पॉलिटिकल पंडित के होश फाख्ता हो गए हैं। कहां एक तरफ तरह 72000 का सालाना लालच तिस पर महागठबंधन का सूपड़ा साफ!! इसे कहते हैं गजब !
चुनाव 2019 की पूरी तस्वीर 23 तारीख को साफ हो जाएगा क्योंकि 23 तारीख को चुनावी नतीजे आने वाले हैं। जिस प्रकार सभी चैनल अपनी एग्जिट पोल के परिणाम दिखा रहे हैं अगर कहीं यह परिणामों में परिवर्तित हो गया तो यह भारत के लोकतंत्र के लिए एक मील पत्थर साबित होगा क्योंकि एक तरफ महागठबंधन का महा लालच है 72000 प्रति वर्ष तथा दूसरी तरफ कोई लालच नहीं, ₹1 का भी वादा नहीं। और तो और इन 5 साल में देखा जाए तो कोई भ्रष्टाचार भी नहीं। यही एक बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाने वाली है। जय हो भारत की जनता ।