Mothers Day पर डाक्टर वेरोनिका का माँ के जज्बे को सलाम
NHMMI salutes mothers on Mother's Day.
Positive India:Dr.Veronica-NHMMI:
कोरोना महामारी, लॉक-डाउन और महिला स्वास्थ्य,
दादा जी के लिए शुगर फ्री चाय, दादी के लिए ज़्यादा चीनी वाली चाय, बच्चों का नाश्ता, किचन का काम, घर की साफ सफाई, सुबह उठते ही जो दौड़ शुरू होती है,वो देर रात ही ख़तम होती है, दोपहर में आराम से लेटने के साथ ही बच्चों की शैतानियाँ शुरू हो जाती है, और फिर से दौड़ शुरू। Mother’s Day के उपलक्ष्य पर आज के लॉकडाउन में माँ के रूप में महिलाओं की स्थिति पर चर्चा करना बेहद महत्वपूर्ण है । सामान्य दिनों में भी पूरे घर का रख रखाव करने वाली माँ, घर पर बैठे या घर से काम कर रहे परिवार के सभी सदस्यगणों के देखभाल की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी निभाती है, वह भी पूरे परफेक्शन के साथ।
आज पूरे विश्व में कोरोना से बचाव में सामाजिक दूरी को प्रमुखता से लिया जा रहा है, जहाँ एक ओर इसके प्रभाव से आर्थिक बोझ दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है, वहीँ दूसरी ओर माँ रूपी महिलाएं चाहे वो कामकाजी है या घरेलू, लॉक डाउन में घर पर रहकर पूरे परिवार के देखभाल की ज़िम्मेदारी निभा रही हैं। घर के सभी सदस्यों के लगातार घर पर रहने के कारण हर मां तथा हर महिला पर काम का बोझ भी ज्यादा है। ऐसी परिस्थिति में कामकाजी माँ रूपी महिलाओं के ऊपर ऑफिस के काम के अलावा घर की ज़िम्मेदारी का दोहरा बोझ है। पर मां तो मां होती है , इस कोरोना लाकॅडाउन के दौर को बखूबी आज अपने बच्चों को संभाल रही है। कई महिलाएं ऐसे माहौल में सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहीं हैं । महिलाओं की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी एक माँ के रूप में रहती है, और अभी जब सारे स्कूल और शिक्षण संसथान बंद हैं, तो पूरे दिन बच्चों की देखभाल के साथ साथ उनके खानपान, स्वस्थ्य, पढाई, और अन्य की समग्र ज़िम्मेदारी एक माँ के ऊपर है, ऐसे में महिलाओं के ऊपर शारीरिक एवं मानसिक तनाव बहुत ज्यादा है। कई महिलाएं विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सक, या नर्सिंग स्टाफ के रूप में भी कार्यरत हैं, कई महिलाएं सुरक्षा कर्मी, या सफाई कर्मचारी के रूप में भी कार्यरत हैं, कोरोना संक्रमण में ऐसी महिलाओं की ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है, जहाँ उनके परिवारजनों को संक्रमण से बचाव करना भी उनका दायित्व होता है।
Mother’s Day के उपलक्ष्य में एक माँ के रूप में सभी महिलाओं के जज्बे को सलाम।
लेखक:वेरोनिका यूएल: गायनेक लेप्रोस्कोपिक सर्जन
एनएचएमएमआई नारायणा सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल, रायपुर