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डॉ. पी के मिश्रा ने जिनेवा में आपदा जोखिम कम करने के लिए वैश्विक मंच 2019 में भारत का वक्तव्य प्रस्तुत किया

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Positive India: PIB Delhi
प्रधानमंत्री के अपर प्रधान सचिव डॉ. पी के मिश्रा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल स्विट्जरलैंड के जिनेवा में आयोजित आपदा जोखिम कम करने संबधी वैश्विक मंच 2019 में भागीदारी कर रहा है। डॉ मिश्रा ने आज भारत का विवरण प्रस्तुत करते हुए सेंदई रूपरेखा को स्वीकार करने के बाद इस संदर्भ में उठाए गए कदमो की जानकारी दी। डॉ. मिश्रा ने कहा कि भारत बड़ी आपदाओ के साथ-साथ ग्रीष्म लहर,आंधी-तूफान और बिजली गिरने जैसी स्थानीय आपदाओ में भी मृत्यु दर कम पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। चक्रवाती तूफान में ध्यान केंद्रित करने से लोगो की जान बचाने में सफलता मिली है। वर्ष 2013 में आए चक्रवाती तूफान फैलिन और वर्ष 2019 में आए चक्रवाती तूफान फानी के दौरान लोगो की मृत्यु कम करने में अहम सफलता मिली है। डॉ.मिश्रा ने कहा कि सतत प्रयासो के फलस्वरूप इस वर्ष सरकार ने आंधी-तूफान, बिजली गिरने, आंधी, धूल भरे तूफान, ओला वृष्टि और तेज हवाओ से नुकसान के जोखिम को कम करने पर राष्ट्रीय दिशा निर्देश जारी किए। संपूर्ण रूप से देश भर में ये प्राकृतिक आपदाएं मृत्यु के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं। राष्ट्रीय दिशा-निर्देश से स्थानीय स्तर पर कार्ययोजना तैयार करने के साथ-साथ राज्यो की क्षमता में सुधार होगा। इससे लगातार आनी वाले इन आपदाओ से होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा।राष्ट्रीय और स्थानीय आपदा जोखिम कम करने संबधी रणनीति पर डॉ मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2016 के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना के आधार पर सभी राज्यो और 95 प्रतिशत से अधिक जिलो ने आपदा प्रबंधन योजना तैयार की है।
डॉ.मिश्रा ने कहा कि भारत आपदा जोखिम कम करने के क्षेत्र में अन्य देशो के साथ मिलजुल कर काम करने में विश्वास रखता है। डॉ. मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि नया आधारभूत ढांचे बनाते समय इसे आपदा रोधी बनाया जाए। भारत ने 40 से अधिक देशो के साथ आपदा रोधी आधारभूत ढांचा निर्माण हेतु गठबंधन बनाने के लिए विचार-विमर्श की शुरूआत की है। इस प्रकार के गठबंधन से विकसित और विकासशील दोनो ही देशो को लाभ मिलेगा और यह आपदा रोधी आधारभूत ढांचे को प्रोत्साहन देने हेतु क्षमता विकास मंच के रूप में कार्य करेगा। भारत ने आपदा जोखिम प्रबंधन में नवाचार और असाधारण सहयोग करने वाले संगठन और व्यक्तियो को सम्मानित करने के लिए महान स्वंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर वार्षिक राष्ट्रीय पुरस्कार की शुरूआत की है।कार्यक्रम के दौरान एनडीएमए के सदस्य श्री कमल किशोर ने वैश्विक आंकलन रिपोर्ट 2019 और सेंदई रूपरेखा क्रियान्यवन पर आयोजित दो सत्रो में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने वैश्विक मंच पर पत्रकार सम्मेलन को भी संबोधित किया।

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