एनएच एमएमआई के डॉ. पी के हरि कुमार ने वेंट्रिकुलर सेप्टल रपचर का सफलतापूर्वक किया इलाज
वेंट्रिकुलर सेप्टल रप्चर का इलाज सर्जिकल हस्तक्षेप के माध्यम से होता है।
Positive India:Raipur:
41 साल की उम्र में जीवन की उथल-पुथल के बीच, एक आदमी को पता चलता है कि उसे जानलेवा हृदय रोग है। यह शख्स सीने में तेज दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल आया था, एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लालपुर, रायपुर के विशेषज्ञों ने जल्द ही उसके सीने में तेज दर्द का असली कारण और उपचार के विकल्प निकाल लिए।
वेंट्रिकुलर सेप्टल रपचर (वी.एस.आर.) एक गंभीर दिल के दौरे की एक घातक जटिलता है। यह एक ऐसी स्थिति है जहां दिल के निचले चेंबर्स (वेंट्रिकल्स) को अलग करने वाली वाल में छेद हो जाता है। वाल में इस छेद से स्वच्छ और अस्वास्छ रक्त का मिश्रण हो जाता है, जो अनुपचारित रहने पर जीवन के लिए खतरा बन सकता है।
डॉ. एस. एस. पाढ़ी (सीनियर कंसल्टेंट – कार्डियोलॉजी) ने पाया कि यह 41 वर्षीय न केवल एक गंभीर दिल के दौरे से पीड़ित है, बल्कि इसे वेंट्रिकुलर सेप्टल रप्चर (वी.एस.आर.) भी है, जिसे तत्काल सर्जरी की आवश्यकता है।
इस घातक तकलीफ का इलाज सर्जिकल हस्तक्षेप के माध्यम से होता है। वेंट्रिकुलर सेप्टल रप्चर के लिए आपातकालीन सर्जरी एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें 40% से 50% मृत्यु का जोखिम शामिल है, जो सभी कार्डियक सर्जरी में उच्चतम जोखिम है।
डॉ. पी के हरि कुमार (सीनियर कंसल्टेंट – कार्डियक सर्जरी) ने एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लालपुर, रायपुर की पूरी सीटीवीएस टीम के सहयोग से सफलतापूर्वक सर्जरी की। एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर की कार्डियक एनेस्थीसिया टीम ने इस सर्जरी की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें डॉ राकेश चंद (सीनियर कार्डियक एनेस्थेटिस्ट), डॉ अरुण अंडप्पन, डॉ धर्मेश लाड और डॉ तेज कुमार (कार्डियक सर्जन) शामिल हैं।
डॉ. हरि कुमार ने कहा, “यह एक जटिल सर्जरी है जिसमें उचित प्रीऑपरेटिव प्रबंधन और निदान और एक कुशल पोस्ट-ऑपरेटिव टीम का होना बोहोत ही महत्वपूर्ण है।” मरीज को 8वें दिन छुट्टी दे दी गई और अब वह ठीक है फॉलो-अप के लिए कभी कभी अस्पताल आतें है।