क्या मुख्यमंत्री बघेल सीजीपीएससी के टॉप 20 लिस्ट की धांधली को लेकर अनभिज्ञ हैं ?
-डॉ अनिल द्विवेदी की कलम से-
Positive India:Dr Anil Dwivedi:
सीजी पीएससी के टॉप 20 पदों पर पीएससी चेयरमैन, आईएएस अधिकारियों, कांग्रेस के नेताओं के बेटे-बेटियों के वर्चस्व को लेकर उठ रहे सवालों के बीच भाजपा नेता ओपी चौधरी ने अपने ट्विटर पेज पर एक प्रतियोगी का पोस्ट डाला है। वह स्क्रीन शॉट साफ दिखाई नहीं दे रहा हो तो इसे आप यहां टेक्स्ट फॉर्म में पढ़ें-
सम्मानीय सभी ग्रुप मेंबर्स,किसी अभ्यर्थी द्वारा पीएससी ग्रुप में बिना नाम के लिखा गया :राज्य सेवा परीक्षा-2021 में हुई धांधली का मैं अपना अनुभव आप लोगों से शेयर करना चाहता हूं। यूं तो किसी टॉपिक पर इस ग्रुप में मैं ज्यादा सक्रियता नही दिखाता, किन्तु जो मामला मैं शेयर करना चाहता हूं, उससे मन इतना व्यथित है कि कहना जरूरी सा लगा। संक्षेप में बताऊं तो, बिलासपुर में सिविल सेवा की कोचिंग लेने के दौरान कोचिंग में मेरे कुछ फ्रेंड्स बने। उसमें से मेरा एक कैसुअल फ्रेंड बना था, जिससे कभी-जभी कोचिंग में मिलना – मिलाना, रूम आना जाना, नोट्स लेना देना होने लगा । मेरा रूम शनिचरी बाजार लोकेशन में था और जिस कैसुअल फ्रेंड की मैं बात कर रहा हूँ उसका रूम गांधी चौक लोकेशन में था । दिसंबर 2021 जब क्रिसमस छुट्टियों की किसी रात में, मैं किसी काम से जब गांधी चौक पहुंचा, तो मेरे उस कैसुअल फ्रेंड्स को दिया मेरा नोट्स वापस लेता चलूं सोचकर फ़ोन किया, फ़ोन उसने उठाया नही तो बाइक घुमाकर रूम ही जा पहुंचा। रूम पहुंचकर जब दरवाजा खुला तो अंदर फैले धुएँ से मुझे लगा कोई धूप-दीप हवन चल रही होगी। रूम में घुसकर देखा 2 युवक गांजा और सिगरेट के छल्ले उड़ा रहे थे। मेरे कैसुअल फ्रेंड ने परिचय करवाते हुए, मुझे बताया कि ये मेरा दोस्त है, भिलाई से पढ़ा है। उसने अपना सिगरेट मुँह से हटाकर हाथ आगे बढ़ाया और हाथ मिलाया। हाथ मिलाते ही मेरे कैसुअल फ्रेंड ने परिचय में एक कड़ी आगे जोड़ते हुए कहा, इनके मामा फलाना तंत्र के बड़े अधिकारी हैं, आगे उसने एक बहुत बड़े नेता का नाम लेकर कहा, फलनवा नेता से उनके मामा का रोज का उठना बैठना है। खैर में ने हाँ-हाँ कहकर, थोड़ी देर बाद अपनी नोट्स लेकर अपने रूम आ गया।
अब आते हैं, मई 2022 में जब पुनः किसी काम से मैं उसके रूम पहुंचा तो देखा मेरा दोस्त मुख्य परीक्षा की पुस्तकों में खोया था । मैं ने पूछा, ‘भई तेरा pre तो निकला नही फिर मुख्य परीक्षा की तैयारी कैसे? उसने मेरे सामने मुख्य परीक्षा के कुछ प्रश्न एक कॉपी पर लिखा दिखाया, जो पेपर नंबर 7, पेपर 1 भाषा और निबंध के कुछ टॉपिक्स थे। क्योंकि निबंध और हिंदी में मेरी रुचि रही है तो मैं जिज्ञासा से प्रश्न देखने लगा। उसने मुझे आगे बताया कि उसके नशेड़ी दोस्त जो उस दिन दुआ उड़ाते रूम में मिला है उसने भेजा है और कहां है उत्तर भेजने । मैं ने कहा उस गंजेड़ी को इससे क्या मतलब, वो भी पढ़ता है क्या? उसने भी कोचिंग ले रखा है क्या? उसने बताया ” उसका pre निकल गया है और मुख्य परीक्षा पर कभी कभी चर्चा, tips, नोट्स मेरे कैसुअल फ्रेंड से लेते रहता है। उसी ने कुछ प्रश्न भेजे हैं।” मैं हैरान , बहुत हैरान हुआ। क्यूंकि आपको याद होगा 2021 pre का पेपर इतना कठिन था, जो psc के इतिहास में कभी इतना टफ़्फ़ pre नही पूछा गया, मैं भी बहुत जतन से पढ़ने के बावजूद pre क्वालिफाइड नही हो पाया था ।
खैर, जब psc मुख्य परीक्षा ले चुका था, तो मुख्य परीक्षा के पेपर्स के pdf आने लगे । तो मैं भी अवलोकनार्थ उनका अध्ययन करने लगा, मैं देख कर बहुत हैरान हुआ, मेरे कैसुअल फ्रेंड के पास जो प्रश्न उसके व्यसनी दोस्त ने भेजे थे। वो मुख्य परीक्षा के प्रश्न में शामिल थे। हिंदी का पेपर के बाद निबंध का पेपर देखा, वो भी 100% मैच हो रहे थे। मैं हैरान, बहुत हैरान, सुपर से ऊपर हैरान हुआ ।
खैर कुछ महीने बीते मेरा वह कैसुअल फ्रेंड बाद में बिलासपुर छोड़ भिलाई शिफ्ट हो गया था। इधर सितंबर 2022 में आरक्षण पर माननीय हाईकोर्ट के निर्णय के बाद, psc 2021 के परिणाम भी रोक दिए गए थे। लेकिन जब 2023 अभी पिछले सप्ताह रिजल्ट रिलीज किया गया । तो परसों मेरे उस कैसुअल फ्रेंड का बहुत दिनों बाद फ़ोन आया। उसने बताया कि उसका वह व्यसनी दोस्त और उसके मामा का लड़का जो बड़े सिनियर ऑफिसर हैं ।मैं ने आनन फानन में अपना मोबाइल में psc के वेबसाइट से चयन सूची डाउनलोड करके देखा, उसने जो नाम बताया था, वो दोनों Top-30 रैंक पर हैं। यह देख कर मेरा दिमाग जो सन्न पड़ गया, वह अभी तक सन्न है । मैं ने अपने कैसुअल फ्रेंड को वापस फ़ोन कर उनके चयन संबंध में और बात की, उसने जो जो खुलासे किए, वो मैं पब्लिकली नहीं कह सकता। क्योंकि वे बहुत बड़े बड़े लोग है, वे मगरमच्छ हैं, हम जैसों को निगल जाएंगे । इस पोस्ट में भी किसी व्यक्ति का नाम लेने से बच रहा हूँ, स्वयं की भी सुरक्षा कारणों से पहचान नही बता रहा हूँ, मेरी यह फेसबुक ID भी अनामित है। हो सकता है ग्रुप एडमिन जी भी मेरे इस Vindows. पोस्ट को डिलीट कर दें । लेकिन कुछ व्यथा मैं अपनी अंत में छोड़े जा रहा हूँ:-पोस्ट को डिलीट कर दें। लेकिन कुछ व्यथा मैं अपनी अंत में छोड़े जा रहा हूँ:-1) psc जैसे संवैधानक संस्था के इस हाल से, और ऐसे नशेड़ियों व व्यसनियों के चयन से पद ही श्रद्धा और आयोग की गरिमा दोनों समाप्त हो रही है ।2) मेरे जैसा आम अभ्यर्थी ठगा सा, हतोत्साहित, और निराशा से घिर रहा है ।3) ऐसे व्यसनी, अनैतिक, नशेड़ी चयनित लोग प्रशासन को घुन की भांति खोखला करेंगे ।4) इस बार के टॉपर्स भाई भतीजावाद और नौकरशाहों के सहजादे हावी हैं।
5) इस वर्ष के टॉपर्स में बहुत से ऐसे चयनित हैं, जिनमें न कोई चार्म दिख रहा है, न कोई स्पार्क, नहीं उनकी अभिव्यक्ति में कोई आकर्षण नजर आ रहा । बाकी आप सब समझदार हैं…जहां भी हो सोशल मीडिया या अन्य प्लेटफार्म हो बात रखें, क्योंकि psc द्वारा लिए जाने वाले RI और होस्टल वार्डन के पोस्ट भी संदिग्ध नजर आ रहें हैं ..
साभार: डॉ अनिल द्विवेदी-(ये लेखक के अपने विचार है)