दिशाए-2019 दिव्यांग सम्मान समारोह संपन हुआ
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चो के माता पिता ,उनके शिक्षकों को दिव्यगता से जुड़ी थेरापी के बारे में बताना था
दिशाए 2019 कार्यक्रम के तहत पैरेंट्स जागरूकता एवं दिव्यांग सम्मान समारोह का आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चो के माता पिता ,उनके शिक्षकों को दिव्यगता से जुड़ी थेरापी के बारे में बताना तथा शुरुआती दौर में में क्या किया जाए जिससे दिव्यगता को बढ़ने से रोका जा सके ।इस कार्यक्रम में डॉ अनु नागरकर, डॉ अमित बरुआ,
अनुपमा त्रिपाठी विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहे , तथा कार्यक्रम में आये दिव्याग बच्चो के अभिभावकों ने बच्चो में होने वाली समस्याओं के समाधान के बारे में जानकारी प्राप्त की।
डॉ अनु नागरकर ने श्रवण बाधितों बच्चो के साथ बच्चो के अभीभावको को क्या करना चाहिए ।उनके साथ ज्यादा से ज्यादा बात करने ,उचित श्रवण यंत्र का उपयोग करने,व कॉकलियर इम्प्लांट करने की जानकारी दी । तथा औडिटरी ट्रेनिंग के महत्त्व को समझाया।
डॉ अमित बरुआ ने ऑटिस्टिक बच्चो में पाए जाने वाली बेहवियर प्रॉब्लम के बारे में बताया, साथ ही अपने बच्चे को कभी भी कम नही आंकने की सलाह दी। उन्होंने बताया कभी भी दो बच्चे एक समान नही होते इसलिए मेरा बच्चा ये नही कर पा रहा ,दूसरा बच्चा अच्छा कर रहा है लेकन जो आपके बच्चे को आता है वो दूसरे को नही आता इसलिए उनकी योग्यता पे फोकस करे न की डिसएबिलिटी पे।
इस कार्यक्रम के दौरान 5 दिव्यागों को भी सम्मानित किया गया।
1-श्रीमती जस्सी फिलिप
स्वयं दिव्यांग होने के बाद रायगढ़ में अपने ही जैसे दिव्यांगों के लिए कार्य कर रही है।तथा दिव्यांगों को उनके अधिकारों एवं योजनाओ की जानकारी दिलाने में मदद करती है।
2.कविता पाठक
स्वयं सेरिब्रल पाल्सी से ग्रसित है,पूरे शरीर मे अकड़न होने से चलने खाने,पीने, बात करने, लिखने में परेशानी होने के बाद भी कभी हार नही मानी व पूरी पढ़ाई प्राईवेट की क्योकि स्कूल ने इन्हें आगे दाखिला नही दिया। आज कविता डबल एम ऐ सोशियोलॉजी तथा इंग्लिश में कर चुकी हैं । इस दौरान केंसर से पीड़ित होने के बाद भी हार नही मानी आज टीचर के पद पर कार्यरत है।
3 साधना ढांड जी
4 नीलेश कुशवाहा (मूक बधिर)
5 खिलेश्वरी जी ( नेत्रहीन)
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप मे
एस के शर्मा तथा संजय श्रीवास्तव उपस्थित थे ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सपना कुकरेजा ,दीपक जैन तथा लष्मीनारायन लाहोटी उपास्थि रहे। मंच संचालन सीमा छाबड़ा द्वारा किया गया ।