क्या मानपुर पुलिस ने अपना कद बढ़ाने आदिवासी युवक को फांसा?
मामले को लेकर आवाज उठाने वाले नेताओं पर मानपुर पुलिस बना रही है दबाव- सर्व आदिवासी समाज
अंबागढ़ चौकी:
मानपुर पुलिस डिविजन के अतिसंवेदनशील ग्राम बुकमरका निवासी नवयुवक दिलीप दुग्गा को नक्सली सहयोगी बताकर सलाखों के पीछे भेजने का मामला अब तूल पकड़ लिया है। सोमवार को सर्व आदिवासी समाज के तरफ से उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर जहां राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया वहीं आज चौथे दिन फिर से युवक का परिवार और समाजसेवी व भाजपा नेत्री नम्रता सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में ग्रामीण मानपुर थाने पहुंचकर उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर पुलिस प्रशासन को आवेदन प्रस्तुत किया है।
उल्लेखनीय है कि मानपुर पुलिस ने 11 जून को बुकमरका निवासी दिलीप दुग्गा पर नक्सली सहयोगी होने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया है पुलिस का दावा है कि युवक को बम बारूद और नक्सली पर्चे के साथ गिरफ्तार किया गया है वहीं इस मामले पटाक्षेप करते हुए युवक के परिजन और आदिवासी ग्रामीण खुलासा कर रहे हैं कि पुलिस ने दिलीप को उस वक्त गिरफ्तार किया है जब वह सुबह दिनचर्या का सामान लेने व लाख बेचने अपने एक दोस्त के साथ मानपुर पहुंच रहा था जहां शराब दुकान के सामने घात लगाए बैठे पुलिस बल ने उसे उठा लिया और 1 दिन बाद उसे नक्सली सहयोगी बताते हुए जन सुरक्षा अधिनियम के तहत सलाखों के पीछे भेजा 4 दिनों से यह मामला मानपुर क्षेत्र में आग लगाए हुए हैं लगातार ग्रामीण और आदिवासी नेता मामले को लेकर थाना और तहसील कार्यालय दस्तक दे रहे हैं उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर आज इसी तारतम्य में युवक के परिजन और भाजपा नेत्री नम्रता सिंह ने मानपुर थाने पहुंचकर नक्सल ऑपरेशन के एडिशनल एसपी जयप्रकाश बढ़ाई को मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर आवेदन पत्र सौंपा।
1.इस मांग पर सौंपा गया आवेदन:-
नक्सली सहयोगी के आरोपों मे जेल गए दिलीप दुग्गा के परिवार व भाजपा नेताओ ने थाने पहुंचकर पुलिस प्रशासन के समक्ष युवक की गिरफ्तारी की उच्चस्तरीय जांच को लेकर आवेदन प्रस्तुत किया है कि जांच प्रभावित ना हो इसलिए इस कार्यवाही में शामिल थाना प्रभारी सहित तमाम लोगों को यहां से हटाया जाए, किसी भी गिरफ्तारी के दौरान ग्राम प्रमुख पटेल कोटवार से पंचनामा कार्रवाई की जाए ,निर्दोष आदिवासियों पर झुठे मुकदमा बंद हो।
2.अंदर से पुलिस बना रही है दबाव:-
क्षेत्र के कुछ भाजपा नेताओं को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है युवक की गिरफ्तारी को लेकर मचे बवाल के बीच भाजपा नेता आवाज ना उठाएं प्रतिपक्ष की भूमिका न निभाए सके जिसके लिए मानपुर पुलिस के द्वारा सिक्योरिटी वापस लेने का नेताओं पर डर बना रही है जिसका खुलासा पत्रकारों के समक्ष भाजपा नेताओं ने खुल कर रखा।
3.कद बढ़ाने की फर्जी कार्रवाही:-
नक्सली सहयोगी के रुप में सलाखों के पीछे भेजे गए दिलीप दुग्गा के पिता चमरू राम दुग्गा ने आरोप लगाते हुए कहां की मानपुर टीआई लक्ष्मण केवट, आत्मसमर्पित नक्सली कमांडर गैदसिंह ने षड्यंत्र रचते हुए एक झूठे संगीन प्रकरण में उसके बेटे को इन्होंने फसाया जिसकी निष्पक्ष जांच हो ।
4.आरोपी कहां से लाया सामान पुलिस के पास जवाब नहीं:-
इस प्रकरण में मानपुर पुलिस बता रही है कि आरोपी दिलीप दुग्गा के पास डेढ़ किलो बारूद डेटोनेटर प्रेशर कुकर इलेक्ट्रिक वायर सेल आदि सामान बरामद किया गया है जो नक्सलियों को पहुंचा रहा था इन तमाम सवालों के जवाब पुलिस के पास अभी अधूरे हैं की युवक ने कहां से सामग्री जुटाई।
5.मामले का हो निष्पक्ष जांच:-
समाजसेवी व भाजपा नेत्री नम्रता सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा कि पुलिस के उच्च अधिकारी इस मामले का निष्पक्ष जांच करें जिससे पता चल पाएगी कि पूरे मामले की सच्चाई क्या है।
– मानपुर से एनीशपुरी गोस्वामी की रिपोर्ट-