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भारत में कोविड-19 के 26,115 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,35,04,534 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,09,575 रह गई है, जो 184 दिन बाद सबसे कम है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 252 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,45,385 हो गई। देश में अभी 3,09,575 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.92 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 8,606 कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.75 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 55,50,35,717 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 14,13,951 नमूनों की जांच सोमवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 1.85 प्रतिशत है, जो पिछले 22 दिनों से तीन प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.08 प्रतिशत है, जो पिछले 88 दिन से तीन प्रतिशत से कम बनी हुई है। अभी तक कुल 3,27,49,574 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 81.85 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है, जिनमें से 96.46 लाख खुराक सोमवार को दी गई।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 252 लोगों की मौत संक्रमण से हुई, उनमें से केरल के 92 लोग, पंजाब के 31 लोग और महाराष्ट्र के 28 लोग थे। देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,45,385 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,38,546 लोग, कर्नाटक के 37,627 लोग, तमिलनाडु के 35,360 लोग, दिल्ली के 25,085 लोग, केरल के 23,683 लोग, उत्तर प्रदेश के 22,887 लोग और पश्चिम बंगाल के 18,664 लोग थे।
स्वाaस्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।