Positive India, Delhi ,14 August 2020.
अखिल भारतीय मौसम विभाग की चेतावनी:
उत्तर-दक्षिण कम दवाब का वायु क्षेत्र बिहार से पश्चिम बंगाल की खाड़ी के निचले क्षोभमण्डल (ट्रोपोस्फेरिक) स्तरों की तरफ बढ़ रहा है। ओडिशा-उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों से दूर पश्चिमोत्तर और उससे सटे पश्चिम बंगाल की खाड़ी में मध्य चक्रवाती स्तरों पर एक चक्रवाती वायु का दवाब बना हुआ है।
उपरोक्त दो प्रणालियों के प्रभाव में, 14 अगस्त आज से बंगाल और उत्तर पश्चिमी खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके 2-3 दिनों के दौरान इस क्षेत्र में बने रहने और बंगाल की उत्तरी खाड़ी पर अधिक संगठित होने की संभावना है।
मॉनसून गर्त का पश्चिमी भाग अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में स्थानांतरित हो गया है और अगले 48 घंटों के दौरान इसके वहां बने रहने की संभावना है। इसका पूर्वी भाग सामान्य स्थिति में है।उत्तर-दक्षिण कम दवाब का वायु क्षेत्र बिहार से पश्चिम बंगाल की खाड़ी के निचले क्षोभमण्डल (ट्रोपोस्फेरिक) स्तरों की तरफ बढ़ रहा है। ओडिशा-उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों से दूर पश्चिमोत्तर और उससे सटे पश्चिम बंगाल की खाड़ी में मध्य चक्रवाती स्तरों पर एक चक्रवाती वायु का दवाब बना हुआ है
गुजरात क्षेत्र में अलग-थलग स्थानों पर भारी से लेकर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है; उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र, कोंकण एवं गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के अलग-अलग जगहों पर भारी लेकर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है
हिमाचल प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम एवं त्रिपुरा तथा तटीय कर्नाटक के इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना
दिल्ली में भारी बारिश की चेतावनी (मध्य दिवस)