Positive India Delhi 2 April 2021
कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में शुरुआत हुई जिसमें 45 साल से ज्यादा उम्र के 65 लाख लोग शामिल होंगे।
टीकाकरण अभियान ऐसे समय हो रहा है जब बीते कुछ हफ्तों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
दिल्ली में 16 जनवरी को शुरू हुए पहले चरण में 3.6 लाख स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को टीका लगाया गया था।
दूसरे चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र वालों और 45-59 साल के अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को कोविड-रोधी टीके लगाए गए थे।
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पूर्व में कहा था, “तीसरे चरण में एक जनवरी 2022 को 45 साल या उससे ज्यादा उम्र के हो रहे लोग टीकाकरण करवा सकेंगे, भले ही उन्हें पहले से कोई दूसरी बीमारी हो या न हो।”
सरकारी और निजी केंद्रों में सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक टीकाकरण की सुविधा मिलेगी।
एक अधिकारी ने कहा कि सुबह नौ बजे से अपराह्न तीन बजे तक सिर्फ पंजीकृत लोगों को ही टीके लगाए जाएंगे। गैरपंजीकृत लोग अपराह्न तीन बजे से रात नौ बजे के बीच टीके लगवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के इच्छुक अर्ह लोगों को सिर्फ आधार कार्ड या कोई अन्य वैध पहचान-पत्र साथ रखना होगा।
राष्ट्रीय राजधानी में तीसरे चरण में कोविड-19 रोधी टीकाकरण की सुविधा 136 निजी अस्पतालों समेत 192 स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध होगी।
सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण मुफ्त होगा जबकि निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीके की प्रत्येक खुराक के लिये 250 रुपये लिये जाएंगे।
शहर के साकेत स्थिति मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेशियेलिटी हॉस्पीटल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सहर कुरैशी ने कहा, “हमनें टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत की है। लोगों की आमद उम्मीद से कम (एक मार्च से अगर तुलना करें तो) है क्योंकि छुट्टी नहीं थी। हालांकि शुक्रवार से शुरू हो रहे आगामी लंबे सप्ताहांत में यह संख्या बढ़ेगी।”
उन्होंने कहा, “यहां 10 टीकाकरण केंद्र चलाए जा रहे हैं। हमारे पास टीकों की पर्याप्त मात्रा है और रोजाना लगभग 2000 खुराक आसानी से दी जा सकती हैं।”
कुरैशी ने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण कराने वालों के अलावा अस्पताल उन लोगों को भी टीके लगा रहा है जो यहां आकर अपना पंजीकरण करा रहे हैं।
कुछ टीकाकरण केंद्रों पर टीका लगवाने वालों की भीड़ रही जबकि कई अन्य पर टीका लगवाने के लिये आने वालों की संख्या सामान्य ही थी।