Positive India:Rajesh Jain Rahi:
राम जहाँ जीत वहाँ, श्याम जहाँ गीत वहाँ,
राम और श्याम मेरे, देश में विराजते।
जीत वाले गीत होंगे, शत्रु भयभीत होंगे,
भारती के लाल कभी, हौसला न हारते।
दीप एकता का जले, दीप वीरता का जले,
दीप बन हम प्यारे, देश को सँवारते।
जन-गण-मन वंदे, मातरम बोलते हैं,
बोलकर जय हिंद, मौत को पछाड़ते।
लेखक:कवि राजेश जैन राही, रायपुर।
Take care, stay at home.
और हां 5 अप्रैल रात्रि 9:00 बजे घर की बालकॉनी या मुख्य द्वार पर दीप जलाना न भूलें।