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दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने आज पुरे देश को कवर किया : आईएमडी

इससे पहले, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने 2013 में 16 जून को पूरे देश को कवर किया था

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पॉजिटिव इंडिया दिल्ली 27 जून 2020
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र / क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली ने कहा है:दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने 26 जून 2020 को ही पूरे देश को कवर कर लिया
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने एक कम दबाव के क्षेत्र ने मॉनसून को मध्य और उत्तरपश्चिम भारत में आगे बढ़ने को सुगम बनाया, कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और मध्य भारत पर एक और चक्रवाती परिसंचरण बनाक्षिण-पश्चिम मॉनसून राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में आगे बढ़ गया है और इस प्रकार मॉनसून ने 27 जून, 2020 को पूरे देश को कवर कर लिया है। (चित्र 1)
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून द्वारा पूरे देश को कवर करने की सामान्य तिथि 8 जुलाई है। इस प्रकार इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने सामान्य तिथि से 12 दिन पहले पूरे देश को कवर किया है।
हाल के वर्षों में, 2013 में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने पूरे देश को ऐसे शुरुआती दौर में कवर किया था। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने 2013 में 16 जून को पूरे देश को कवर किया था।
पिछले 24 घंटों के दौरान, पश्चिम राजस्थान और इससे सटे पंजाब व हरियाणा में लगभग सभी जगहों में वर्षा हुई है, साथ ही उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर व क्षोभमंडल के निचले स्तर पर चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की शुरुआत और पूरे देश में इसके आगे बढ़ने को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि मॉनसून की दक्षिण और पूर्व भारत में सामान्य प्रगति हुई है, पूर्वोत्तर भारत में एक सप्ताह की देरी हुई है और मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में लगभग 7-12 दिन पहले पहुंचा है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने एक कम दबाव के क्षेत्र ने मॉनसून को मध्य और उत्तरपश्चिम भारत में आगे बढ़ने को सुगम बनाया, कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और मध्य भारत पर एक और चक्रवाती परिसंचरण बना है।
इस दौरान, पूर्वोत्तर और इससे सटे पूर्वी भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से भारी वर्षा के लिए अपडेट

मौसम विज्ञान संबंधी वर्तमान स्थिति

औसत समुद्र तल पर मॉनसून के द्रोणिका (ट्रॉफ) का पूर्वी छोर हिमालय की तलहटी के करीब स्थित है।
औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर एक अन्य द्रोणिका (ट्रॉफ), बिहार से पूर्वी विदर्भ तक मौजूद है। इसके कल तक बने रहने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी से चलनेवाली नमीयुक्त दक्षिणी / दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का पूर्वोत्तर तथा इससे सटे हुए पूर्वी भारत में उच्च अभिसरण हो रहा है और इसके अगले 2-3 दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
पूर्वानुमान और चेतावनी
उपर्युक्त अनुकूल मौसम विज्ञान संबंधी परिस्थितियों के साथ, 26 से 28 जून के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों और इससे सटे पूर्वी भारत में भारी वर्षा / गरज के साथ वर्षा जारी रहने की बहुत सम्भावना है, इस दौरान बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में लगभग सभी स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है। इसके बाद वर्षा के प्रसार और तीव्रता में कमी आयेगी।
26 से 27 जून के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (≥ 20 सेमी) की प्रबल सम्भावना है और 27 जून के दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की सम्भावना है।
26 से 27 जून के दौरान असम और मेघालय के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ अत्यधिक भारी वर्षा की प्रबल सम्भावना है और 28 जून के दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की प्रबल सम्भावना है तथा 29 जून के दौरान भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की सम्भावना है ।
26 से 27 जून के दौरान बिहार के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की प्रबल सम्भावना है और 28 जून के दौरान अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा तथा 29 जून के दौरान भारी वर्षा की सम्भावना है ।
26 से 27 जून के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की प्रबल सम्भावना है और 28 जून के दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की सम्भावना है ।

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