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कोविड-19 के भारत में 39,070 नए मामले

491 मरीजों की मौत

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पॉजिटिव इंडिया: दिल्ली;
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 39,070 नए मामले सामने आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 3,19,34,455 हुए जबकि 491 और लोगों के जान गंवाने से मृतक संख्या 4,27,862 हो गयी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 4,06,822 हुई, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है। कोरोना वायरस से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.39 प्रतिशत है।
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 5,331 मामलों की कमी आयी है। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,10,99,771 हुई है जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को कोविड-19 का पता लगाने के लिए 17,22,221 नमूनों की जांच की गयी और इसी के साथ ही अब तक जांचे गए नमूनों की संख्या 48,00,39,185 हो गयी है। दैनिक संक्रमण दर 2.27 प्रतिशत है। पिछले 13 दिनों से यह तीन प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.38 प्रतिशत है।
रविवार सुबह तक देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की 50.68 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जिन 491 और लोगों की मौत हुई है उनमें से 139 की केरल में और 128 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। देश में अभी तक इस महामारी से कुल 4,27,862 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें से सबसे अधिक 1,33,845 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 36,773 की कर्नाटक, 34,289 की तमिलनाडु, 25,066 की दिल्ली, 22,773 की उत्तर प्रदेश, 18,217 की पश्चिम बंगाल और 17,654 लोगों की मौत केरल में हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

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