करोना-अब तो बस नाम ही काफी है
वुहान-चीन से छोड़ा गया करोना वायरस एक बायोलॉजिकल हथियार है।
Positive India:14 March:करोना…अब तो बस नाम ही काफी है..
चीन के वुहान से छोड़ा गया यह वायरस अब तो लगता है जानबूझकर मानव पर प्रयोग किया है ड्रैगन ने; जिसका दुखद और मानसिक पक्ष अब दुनिया के कई देश झेल रहे हैं। हम सब कहते हैं बचाव ही इसका उपाय है। पर यह कहकर हम और हमारी सरकारें पल्ला नही झाड़ सकती।
कड़ी धूप मे खड़े रहकर हम वोट देते हैं सरकार बनाने के लिए। सरकार का दायित्व है हमें सच बताना और हमारी सुरक्षा करना। सबसे पहले तो चीन मे जो फंसे है उन्हे उनके हाल पर छोड़ देना ज्यादा मुनासिब होगा, बनिस्बत उनके संक्रमण को आमंत्रित करके अपने देश की बाकी स्वस्थ जनता की जान लेने के ।
यह वायरस देश के बाहर से रातों रात लौटे वे संक्रमित भारतीय एनआरआई और विदेशी पर्यटक ला रहे हैं, जिनको सरकार सिर्फ एयरपोर्ट पर ट्रेस कर पा रही है। चूक कहां हो रही है जो ये संक्रमित लोग हवाई जहाज से उतरकर शहर पहुंच रहे हैं।
चाईना की इस आपदा से मल्टीनेशनल दवा रैकेट व भय के बिजनेस का तार भी कहीं जुड़ा हो तो कोई आश्चर्य नही। आज मैने अपनी आंखो के सामने एक मेडिकल स्टोर मे एन 95 नाम से साढ़े तीन सौ रूपये का एक मास्क बिकते देखा। इस मेडिकल मे हाल मे आयकर छापा भी पड़ा था..।इन दिनो… दिन भर मे ऐसे मेडिकल स्टोर्स वाले ऐसे हजारों मास्क बेच रहे हैं।यह क्या है?क्या हो रहा है? महज मास्क लगाने या सिनेमाहाल बंद कर देने से यह खतरा टल जाएगा क्या?
जो सरकारी महकमा शहर मे हाथीपांव से बचने की टैबलेट भी ईमानदारी से नही बांटा करता,जो आजतक मच्छरों को नही कंट्रोल कर पाया; उस महकमे से हम और आप किसी चमत्कार की उम्मीद न करें तो ही बेहतर होगा।
मौसम आजकल पल पल बदल रहा है। बेवजह की भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाऐं। बासी ठंडा व मांसाहारी भोजन न करें। स्वयं साफ सफाई का खयाल रखें। दूसरों से दूरी बनाकर रखें तब, जब लगे कि वह संक्रमित है। किसी के बहकावे या अफवाहों पर हताश न हों। बस सतर्क रहें। बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
चाईना ने यह वायरस फैलाया है, तो मानकर चलिए इसका एंटीडोड या टीका भी उसने बनाया होगा। दुनिया को डराने के बाद अब वह इसके लिए सौदा जरूर करेगा। कारण जो भी हो, यह साजिश खुलकर रहेगी। तब तक संभल कर रहिए। चिंता न करें। आहार और मौसम पर नजर रखें।
Senior Reporter Shekhar Soni Poddar