भारत के विरुद्ध धर्मान्तरण एक बहुत बड़ा षड्यन्त्र है
धर्मांतरण के विरुद्ध आज आवाज नहीं उठायेंगे तो कब बोलेंगे?
Positive India:Ajit Singh:
धर्मान्तरण एक बहुत बड़ा षड्यन्त्र है…….जिसके आकाओं को कांग्रेस सरकार मे खुला समर्थन और संरक्षण मिला…दरअसल धर्मान्तरण करने वाली ताकते ख्रिस्तानी हो या मजहबी…दोनो का बेहद जबरदस्त नेटवर्क और टारगेट होता है….जिसे विदेशों से NGO’s और हवाला के जरिये फंडिंग होती है…आज मजहबी फंडिंग कि बारे मे जानिये कि फंडिंग वाला ये धन कहां से आता है और ये इकट्ठा कैसे होता है….असल मे ये धन हर मुसलमान की वार्षिक कमाई का १/१० हिस्सा होता है जो वह जकात के रूप मे देता है,चाहे वह पंचर वाला हो या फिर अरब का पेट्रोल किंग या कोई मजहबी मुल्क का हरा टिड्डा हो….हां इसमे बढ़ोत्तरी वो सूतिये हिंदू जरूर करते हैं जो मजारो,दरगाहो और हरी चादरों पर चढ़ावा चढ़ाते हैं..वैसे आजकल मोदी सरकार मे यानी जबसे पिटा है तब से चीन भी सक्रीय भूमिका निभा रहा है….!
खैर…….मोदी सरकार ने करीब दो से ढ़ाई हजार NGO’s को ब्लॉक करके इन्हे कमजोर जरूर कर दिया है लेकिन मोदी से पहले की हिंदू विरोधी सरकारों मे ये लोग बहुत सधे हुये तरीके से अपने टारगेट और क्षेत्र को चुन कर मजबूती से पैठ बना चुके हैं……इनके प्रबल समर्थक वामपंथी हैं..जिसके अधिकांश बड़े नेता या तो क्रिप्टो क्रिश्चियन हैं या फिर इस्लाम अपना चुके है…लेकिन देश की जनता को मूर्ख बनाये रखने के लिये अपना हिंदू नाम नही बदला है…वैसे लोग कहते हैं कि कांग्रेस,टी.म.सी,कम्युनिस्टो के दोनो पन्नो,स.पा. और पंजाब के बहुत से जनसेवक धर्म बदल चुके है…!!
कभी सोचा है कि पूरे विश्व मे जहां भी इस्लाम है वहां वामपंथ पनप नही पाया है….और जहां वामपंथ है वहां इस्लाम घुटनो के बल झुका है…क्यों??
जानते है कारण क्या है…क्रूरता,बर्बरता और तानाशाही की साम्यता….दोनो ही एक ही विचारधारा के है…इसलिये एक दूसरे की सोच को कायदे से समझते हैं….दुनिया भर मे भले ही एक दूसरे को फूटी आँखों से न देखते हों…लेकिन भारत मे इन दोनो मे गजब का भाईचारा है…भले ही वामपंथ समाप्त होता जा रहा है…लेकिन हमारे देश मे उसने अपनी भूमिका चुन ली है….अब वो इस्लाम का स्लीपर सेल ही नही बल्कि वो मजहब का स्वीपर बन चुका है…न यकीन हो तो किसी माओं के पूत के सामने अब्दुल की बुराई करके देख लीजिये…न विश्वास हो तो धर्मान्तरण से लेकर आसन्न जनसंख्या नियंत्रण कानून पर उछल कूद करने वालों को पहचानिये कि उसमे जिहादियों से ज्यादा चेग्वेरा की चड्ढ़ी सूंघने वाले मिलेंगे….अभी ताजा धर्मान्तरण मामले मे देखिये कि कैसे ढ़ाल बन कर हरे टिड्डों के सामने खड़े हैं…………बहरहाल हिंदू समाज से एक सवाल है कि धर्मान्तरण के विरुद्ध आज आवाज नहीं उठायेंगे तो कब बोलेंगे…जब देश में हिंदू बचेगा ही नहीं तो हिंदू राष्ट्र का सपना सपना ही रह जाएगा..इसलिए हे सनातनियों एकजुटता दिखाओ……अपने धर्म संस्कृति और उसके सम्मान के लिए आवाज उठाओ लोगों को धर्म की सीख दीजिये..उनको इस बारे में सूचित करिये…यह हमारा दायित्व है कि अपने बच्चों को समझायें और जागरूक करें अन्यथा आपका घर भी इस जिहाद की आग से नहीं बचेगा……….आज मोहल्ला छोड़ रहे हो,फिर शहर छोड़ोगे,फिर राज्य, और एक दिन देश छोड़ोगे…लेकिन जाओगे कहां…कभी सोचा है??
कभी सोचा है कि भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है,जहाँ बहुसंख्यकों का जबरन धर्मान्तरण अल्प संख्यकों द्वारा किया जाता हैं…आज देश ऐसा कोई भी राज्य नहीं है जहाँ से धर्मान्तरण का मामला सामने न आया हो,इसलिए देश की संस्कृति पर हो रहे इस सतत प्रहार पर अंकुश हेतु अब सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए धर्मान्तरण के विरुद्ध एक केन्द्रीय कानून आवश्यक है…वरना आज भले ही जहांगीर,उमर और उसका गिरोह गिरफ्त मे आयें है..लेकिन देश मे जाने कितने अकबर और ऐंथोनी अपने धर्मान्तरण से पहले असल मे किशनलाल का बेटा होने के कारण कुंठित होकर जाने कितने अमर को आबे जमजम और चंगाई वाला होली वॉटर पिला कर देश की डेमोग्राफी बदल कर रख देंगे और हम आप इसी सोशल मीडिया पर अपनी पीठ थपथपा कर खुद अपनी बौद्धिक आत्ममुग्धता का शिकार बन जायेंगे…इसलिये कह रहा हूं कि अपने अगल बगल दोनो दोगली नस्लों पर चौकन्नी निगाह रखिये और समझिये कि हो क्या रहा है…अगर गतिविधियां कुछ संदिग्ध लग रहीं हो तो पहले खुद सजग हो जाइये और फिर किसी भी तरीके से सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करिये..अपना नाम पता छिपा भी सकते हैं…यह मै इसलिये कह रहा हूं कि पीले चेहरे और अधखुली आँखों का गुरूर आपकी जयहिंद की सेना ने गलवान मे और आपकी सरकार ने हर मोर्चे पर तोड़ दिया है तो वो खतना वाले पड़ोसी चिंदीचोर के दोगले दीमको के बल पर देश मे उथल पुथल मचाना चाहता है…बहुतै खिसियाया है डिरेगन…और उतना ही बौरा गया है….राफेल से लेकर कोरोना वैक्सीन पर मोदी सरकार को बदनाम करने की सुपारी लेने वाला बहुरूपिया,ड्रामेबाज,मक्कार और घटिया गुलाबो,मैमूना और पिज्जा वाले देश की नगरवधू का का परिवार…!!
और हां…पोस्ट समाप्त करने से पहले बता दूं कि सनातन से सिक्ख अलग नही हैं…हमे अलग करने और बताने वालों को दो चीजे समझना चाहिये…पहला हम दोनो की गर्भनाल सनातन से ही जुड़ी है….दूसरी बात गुरूपुत्रों को दीवाल मे चुनवा देने वाले मजहबी विरोधियों को बहुत कायदे से समझना चाहिये कि खालसा पंथ की स्थापना करने के पीछे महान गुरू का उद्देश्य,लक्ष्य और मंतव्य क्या था…जागो दोनो भाई…जागो…!!
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार हैं)