Positive India:Satish Chandra Mishra:
2009-10 से 2013-14 के अपने पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने देश में हुई दलहनी और तिलहनी फसलों के किसानों से 7.28 लाख मीट्रिक टन दालें और तिलहन MSP पर खरीदा और किसानों को 3117.38 करोड़ रुपये भुगतान किया था.
जबकि 2014-15 से 2018-19 तक के अपने पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान मोदी सरकार ने देश में हुई दलहनी और तिलहनी फसलों के किसानों से 93.97 लाख मीट्रिक टन दालें और तिलहन MSP पर खरीदा और किसानों को 44142.5 करोड़ रुपये भुगतान किया था.
यह आंकड़ा बताता है कि कांग्रेसी नेतृत्व वाली यूपीए सरकार की तुलना में मोदी सरकार ने दलहनी और तिलहनी फसलों के किसानों से MSP पर उनकी उपज की 13 गुना ज्यादा खरीद की और कांग्रेसी नेतृत्व वाली यूपीए सरकार की तुलना में दलहनी और तिलहनी फसलों के किसानों को 14 गुना ज्यादा रकम दी.
लेकिन दिल्ली में हंगामा हुड़दंग बवाल कर रहीं कांग्रेस, केजरीवाल, अकाली गैंग की खालिस्तानी कठपुतलियां एक ही राग अलाप रही हैं कि मोदी सरकार किसानों की दुश्मन है MSP खत्म करना चाहती है. उन कठपुतलियों के इस राग पर न्यूजचैनली कठपुतले ताली बजा बजाकर बेसुध होकर झूम रहे हैं नाच रहे हैं.
जॉर्ज सोरेस ने इन हिजड़ों को इस बार शायद बहुत मोटी नेग न्यौछावर एडवांस भेज दी है.
साभार:सतीश चंद्र मिश्रा (ये लेखक के अपने विचार हैं)