भूपेश बघेल की पहल : पुरी में फंसे गुजरात के तीर्थ यात्रियों को रायपुर में मिली राहत
गुजरात के 153 तीर्थयात्री स्पेशल कोच में गृहनगर रवाना
मुख्यमंत्री बघेल ने पुरी में फोनी तूफान के कारण फंसे गुजरात के तीर्थ यात्रियों का जत्था रायपुर पहुंचने की जानकरी मिलने पर अधिकारियों को इन तीर्थयात्रियों को तत्काल जरूरी सहायता और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि इन तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने तथा उनकी सकुशल गृह वापसी के लिए आवश्यक इंतजाम किया जाए। महापौर प्रमोद दुबे ने भी तीर्थयात्रियों से मिलकर उनका हालचाल जाना और उनके सकुशल घर वापसी के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस. के मार्गनिर्देशन में जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम द्वारा यहां इन तीर्थयात्रियों के लिए बूढ़ापारा स्थित इंडोर स्टेडियम के कमरों में ठहरने, चाय-नाश्ता और भोजन की व्यवस्था की गई। डाक्टरों की चार टीम द्वारा तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें आवश्यक दवाएं भी निःशुल्क प्रदान की गई। अपर कलेक्टर आशुतोष पाण्डेय ने स्वयं उपस्थित रहकर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कीं।
पुरी से लौटे तीर्थयात्रियों ने बताया कि गुजरात राज्य के जामनगर और आस-पास क्षेत्र के तीर्थयात्री 17 अप्रैल को पुरी-गंगासागर की तीर्थयात्रा में निकले थे। पुरी की यात्रा कर वो अपना सामान पुरी में छोड़कर गंगासागर गए और समान वापस लेने पुरी पहुंचने पर वे फोनी तूफान में फंस गए। फोनी तूफान में पुरी में बस और ट्रेन परिवहन प्रभावित होने के कारण इन तीर्थयात्रियों को पिछले तीन दिनों के दौरान खाने-पीने और ठहरने के लिए काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। जैसे तैसे ये तीर्थयात्री बस करके कल रात्रि 12 बजे से आज सुबह 6 बजे तक अलग अलग जत्थे में रायपुर पहुंचे।
तीर्थयात्रियों के जत्थे में आए तुलसी भाई परमार ने बताया कि पिछले तीन दिनों उन लोगों को पीने का पानी भी ठीक ढंग से नहीं मिल पा रहा था। श्रीमती नंदा बेन ने बताया कि तीर्थयात्री पिछले चार दिनों से नहाए भी नही थे। श्रीमती शांताबेन राठौर ने कहा कि हम लोग बिस्कुट और सूखा नाश्ता जो घर से लेकर आए थे उसी को खा रहे थे। तीर्थयात्रियों ने कहा कि यहां मुख्ययमंत्री जी ने हम लोगों के बहुत ही अच्छे तरीके से ठहरने, भोजन, दवाईयां की व्यवस्था की है, तथा हम लोगों को वापस घर भेजने के लिए ट्रेन में स्पेशल कोच लगवाए हैं, उससे हम सभी तीर्थयात्री काफी खुश हैं।