सिटी हॉस्पिटल जबलपुर ने 500 नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन मरीजों को लगाएं
सिटी हॉस्पिटल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा ने कोरोना मरीजों को दिया धोखा।
Positive India:Jabalpur; संवाददाता हरजीत सिंह आहलूवालिया:
कोरोना कहर के बीच जबलपुर पुलिस ने नकली रेमडेसीविर(Fake Remdesivir) इंजेक्शन के एक बड़े गैंग का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस अधीक्षक जबलपुर-सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर जांच कर रही टीम ने नकली रेमडेसीविर(Remdesivir) इंजेक्शन सप्लाई के मामले में सिटी हॉस्पिटल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा(Sarabjeet Singh Mokha), दवाई सप्लाई का काम देखने वाले उसके कर्मी देवेश चौरसिया, भगवती फार्मा सेल्स के मालिक सपन जैन एवं अन्य के खिलाफ मामला दर्ज गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने इस बात की पुष्टि की है। 2 दिन से चल रही इस हाईप्रोफाइल और चौंका देने वाले मामले की जांच में पुलिस के सामने कुछ महत्वपूर्ण तथ्य आए हैं और यह सुराग हाथ लगते ही पुलिस ने बिना देरी किए इन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
सीएसपी ओमती-आरडी भारद्वाज मुताबिक जाँच के दौरान यह बात सामने आई है कि सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा और अन्य लोगों को इस बात की जानकारी थी कि जो रेमडेसीविर इंजेक्शन उसके पास पहुंचे हैं वह नकली है और उसके बनाने वाले आरोपी गुजरात में पकड़े जा चुके हैं। इसके साथ ही पुलिस को यह भी महत्वपूर्ण सुराग मिला है कि इन नकली रेमडेसीविर इंजेक्शनो की खरीद पर उसके लिए इंदौर में सौदा हुआ था और जिससे यह इंजेक्शन खरीदे गए थे ना तो अधिकृत डीलर था और फर्जी बिल के माध्यम से इन इंजेक्शनो की सप्लाई के प्रमाण भी मिले हैं। इन पुख्ता सबूतों के हाथ लगते ही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर सिटी अस्पताल(City Hospital) के संचालक बिल्डर सरबजीत सिंह मोखा, देवेश चौरसिया और सपन जैन और अन्य पर प्रकरण दर्ज किया गया है। तीनों पर पुलिस ने 274, 275, 308,420, 120 ए, 53 आपदा प्रबंधन , महामारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
गुजरात के मोरबी शहर से पकड़े गए सुनील मिश्रा ने इंदौर की विजय नगर पुलिस के समक्ष यह खुलासा किया था कि उसने 200 नकली इन्जेक्शन जबलपुर में बेचे है। इसकी तहकीकात में पुलिस को आधारताल निवासी भगवती फार्मा सेल्स के संचालक सपन जैन के बारे में जानकारी मिली तो उसे गुजरात पुलिस जबलपुर से पकड़ कर ले गई। सपन जैन के माध्यम से यह खुलासा हुआ कि उसने इंजेक्शन सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा को दिए थे।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक सिटी हॉस्पिटल जबलपुर में रेमडेसीविर के 500 इंजेक्शन कोरोना मरीजों को लगाए जा चुके हैं। इसका मतलब साफ है नकली रेमडेसीविर सरबजीत सिंह मोखा अपने दूसरे सोर्स से भी मंगाता था। जबलपुर पुलिस की गहन तहकीकात जारी है।
गुजरात पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 90 लाख रुपए और 3370 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किए हैं। इस मामले की जाँच में पुख्ता सबूत मिलने के बाद पुलिस ने आज मोखा, उसके कर्मी देवेश चोसरिया सपन जैन और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
सिटी हॉस्पिटल जबलपुर के मालिक सरबजीत सिंह मोखा के विरुद्ध एनएसए नहीं बल्कि हत्या का मामला दर्ज कर मुकदमा चलना चाहिए।