राजधानी में फिर गुंजा चिटफण्ड और नियमितीकरण का मुद्दा। सरकार उदासीन
आंदोलनकारियों ने "वायदा निभाओ दिवस" मनाकर भूपेश सरकार को चेताया।
Positive India:Raipur:
रायपुर। चिटफण्ड निवेशकों का भुगतान अतिशीघ्र आरंभ करने एवं प्रदेश में अस्थायी कर्मियों के नियमितीकरण का मुद्दा आज पुनः राजधानी में जोरो से उठाया गया। छ. ग. नागरिक अधिकार समिति के नेतृत्व में आज बूढ़ापारा धरना स्थल में प्रदेश के विभिन्न भागों से आये आंदोलनकारियों ने “वायदा निभाओ दिवस” मनाकर भूपेश सरकार से अपने चुनावी घोषणा पत्र में किये गए वायदों को पूरा किये जाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए समिति के प्रदेश अध्यक्ष शुभम साहू ने प्रदेश के 20 लाख निवेशकों के भुगतान एवं सवा लाख अनियमित कर्मियों के नियमितीकरण हेतु बजट में प्रावधान किए जाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार अपने घोषित चुनावी वायदों से लगातार पीछे हट रही है। इससे आम जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है। किसानों के एक-एक दाना धान खरीदी का वायदा कर सत्ता में आई सरकार अब किसानों का धान खरीदने से मना कर रही है। विशेषकर चिटफण्ड के निवेशकों एवं अस्थाई कर्मियों के पक्ष में शीघ्र फ़ैसला नही लिया गया तो उनके सब्र का बांध टूट जाएगा। अपने संबोधन में शुभम साहू ने कहा कि विधानसभा व लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान इस सरकार में बैठे नेतृत्व ने वायदा किया था कि चिटफण्ड कंपनियों की ठगी का शिकार निवेशकों हेतु फंड की व्यवस्था की जायेगी। इसी प्रकार पिछले वर्ष अनियमित कर्मियों के आंदोलन में भी इस वित्तीय वर्ष में उन्हें नियमित करने का वायदा किया गया था। अब इन दोनों वायदों को पूरा करने का समय आ गया है। आंदोलन को शुभम साहू, हेमलाल पटेल, मानाराम ध्रुव, लोचन साहू, श्याम सुंदर खरे, संजय कुमार, वेद कुमार प्रजापति, सोनू राम रात्रे, मनीष पटेल, साधुराम यादव, यशवंत यदु, हेमन्त कुमार साहू, जितेंद्र बिसेन, ओम प्रकाश साहू, डॉ कन्हैया राव, पुनाराम यादव, दुष्यंत साहू, विजय कुमार भार्गव, धरम निषाद, गोपी निषाद, डेमन लाल तारक, भुनेश्वर प्रसाद उपाध्यय, तीज बाई वर्मा, चंद्रा पटेल, ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में चिटफण्ड कंपनियों पर कार्यवाही होने के बावजूद निवेशकों के भुगतान हेतु कोई ठोस व्यवस्था नहीं होने से अब निवेशकों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस क्रम में जिला प्रशासन के अधिकारियों को 9 सूत्रीय ज्ञापन प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम सौपकर बजट सत्र में इस हेतु आवश्यक वित्तीय प्रावधान न किये जाने की स्थिति में आंदोलन को तीव्र करने की चेतावनी दी गई। आज के आंदोलन में रायपुर, धमतरी, दुर्ग,महासमुंद राजनांदगांव, सराईपाली, बस्तर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से सैकड़ो प्रदर्शकारियों ने भाग लिया।