www.positiveindia.net.in
Horizontal Banner 1

छत्तीसगढ़ सरकार स्वच्छता, स्वास्थ्य, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और पर्यावरण संरक्षण के लिए अनवरत काम कर रही है

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एनडीटीवी के ’बनेगा स्वस्थ इंडिया’ कार्यक्रम में हुए शामिल

Ad 1

पॉजिटिव इंडिया:रायपुर, 3 अक्टूबर 2020.

Gatiman Ad Inside News Ad

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने निवास कार्यालय से राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की 151वीं जयंती के अवसर पर एनडीटीवी द्वारा आयोजित ’बनेगा स्वस्थ इंडिया’ लाईव कार्यक्रम में अपने निवास कार्यालय से ऑनलाईन शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुपोषण अभियान, हाट-बाजार क्लिनिक योजना, सुराजी गांव योजना तथा वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के जरिए छत्तीसगढ़ सरकार स्वच्छता, स्वास्थ्य, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लगातार काम कर रही है। इस कार्यक्रम में अभिनेता अमिताभ बच्चन, अभिनेत्री भूमि पेडनेकर सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर जैसे कई सेलेब्रिटी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री बघेल ने इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में कोरोन संक्रमण के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सात राज्यों से घिरा है। इसके बावजूद भी राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित है। मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु किए गए एहतियाती उपायों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमने संक्रमण के शुरूआती दौर में ही राज्य की सीमाओं को सील किया, जिससे बाहरी लोगों का आवागमन नहीं हुआ। वर्तमान समय में लॉकडाउन हटने और आवागमन चालू होने के कारण राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद भी स्थिति नियंत्रण में है। आने वाले समय में कोरोना की लड़ाई जरूर जीतेंगे।
मुख्यमंत्री बघेल ने आगे कहा कि हम दोबारा लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं। राज्य सरकार द्वारा कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही होम आइसोलेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य सरकार दवाइयों का वितरण घर-घर कर रही है और प्रत्येक जिले में कॉल सेंटर्स के माध्यम से डॉक्टर और विशेषज्ञों की टीम मरीजों को लगातार चिकित्सकीय परामर्श दे रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि तीनों महत्वपूर्ण विषय है और इनका एक-दूसरे से परस्पर संबंध भी है। उन्होंने आगे बताया कि जहां तक स्वच्छता की बात की जाए तो राज्य में 10 हजार महिला स्व-सहायता समूह हैं, जो लगातार इस दिशा में काम कर रहीं हैं, जिसका परिणाम है कि स्वच्छता सर्वे में सर्वाधिक ओडीएफ प्लस गांव के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 16 हजार टन कचरे का निपटान किया जाता है। राज्य में ’स्वच्छ दीक्षा’ कार्यक्रम की भी शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत अनेक राज्यों के प्रतिनिधियों ने यहाँ आकर प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। इसके साथ ही नेपाल एवं भूटान के प्रतिनिधियों ने भी राज्य के इस स्वच्छता अभियान को देखा और सीखा है। राज्य को स्वच्छ बनाने के लिए महिलाएं यहां लगातार कार्य कर रही हैं। यहां कचरे के परिवहन के लिए ई-रिक्शा का उपयोग किया जा रहा है। जिससे ईंधन की खपत में लगने वाले राशि की बचत हो रही है। इससे स्वच्छता अभियान में लगी हजारों ’स्वच्छता दीदियों’ को भी लाभ हो रहा है। अब उनका मानदेय 5 हजार रुपये से बढ़कर 6 हजार रूपये कर दिया गया है।
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरुवा और बाड़ी के अंतर्गत अब गोबर का क्रय कर एकत्रित किया जा रहा है। हरेली तिहार से प्रारंभ गोधन न्याय योजना के तहत दो महीनों में ही 11 लाख क्विंटल गोबर गौठानों में क्रय किया गया हैं और लगभग 20 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया है। गोधन न्याय योजना से जहां एक ओर स्वच्छता को बढ़ावा मिला है, वहीं दूसरी ओर लोगों के आय में वृद्धि भी हो रही है। भूमिहीन श्रमिकों के लिए यह योजना बहुत ही लाभकारी सिद्ध हुई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि यह योजना देश के साथ ही पूरे विश्व में पहली ऐसी योजना है। जिसमें राज्य शासन गोबर का क्रय कर रही है। इससे परिवेश को स्वच्छ बनाने के साथ ही पशुपालकों के आय में वृद्धि भी हो रही है।

Naryana Health Ad
Horizontal Banner 3
Leave A Reply

Your email address will not be published.