Browsing Category
Uttar Pradesh
भक्ति का नशा भारत-देश के वासियों की बुनियादी मनोवैज्ञानिक बाधा क्यों हैं?
भारत की एक और विशिष्टता है- भगदड़। दुनिया के किसी देश में ऐसी भगदड़ नहीं मचती, जैसी यहाँ मचती हैं और सहस्रों सालों से मचती आ रही हैं। सामूहिक अवचेतन में पैठी हुई है भीड़ और भगदड़। मेलों-ठेलों…
PM Modi To Visit UP And Bihar On 18th -19th June
Krishi Sakhi Convergence Program (KSCP) aims to transform rural India through the empowerment of rural women as Krishi Sakhi, by imparting training and certification of Krishi Sakhis as…
7 वर्ष से लगातार मुख्य मंत्री बने रह कर योगी ने एक बड़ा रिकार्ड बनाया
उत्तर प्रदेश में 7 वर्ष से लगातार मुख्य मंत्री बने रह कर योगी आदित्य नाथ ने एक बड़ा रिकार्ड बना दिया है। इस से ज़्यादा समय तक अभी तक उत्तर प्रदेश में लगातार कोई और मुख्य मंत्री नहीं रह पाया…
भाजपा की अयोध्या में लगी आग कैसे बुझेगी !
नीतीश कुमार का सहसा नरेंद्र मोदी का पांव छूना बताता है कि लालू और तेजस्वी से बिहार में वह बहुत आजिज हैं। नरेंद्र मोदी की राजनीतिक छांव की उन्हें बहुत ज़रूरत है। मोदी को नीतीश की ज़रूरत कम ,…
कुल 543 में 99 अंक लाने वाले को कुछ लोग चैम्पियन क्यों समझ रहे हैं ?
हार हुई है केवल यूपी में। पर वहाँ भी बीमारी इतनी बड़ी नहीं है कि इलाज न हो सके। बस एक छोटा सा ओपरेशन करना पड़ेगा, और सब ठीक हो जाएगा। और वे बहुत आसानी से कर भी लेंगे। जानते हैं कैसे? सटासट,…
अयोध्याजी के सन्देश को अपमान मत समझिये।
अयोध्याजी की हार इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं, कि दस सीटों की पराजय भी आपको उतना विचलित नहीं करती, जितना यह चोट कर रही है। आप इसपर 5 साल सोचते रहेंगे, और यही आपके लिए सुखद होगा। 400 तक पहुँचने के…
स्वाति मालीवाल की पिटाई के बाबत सवाल पर अरविंद केजरीवाल को सांप क्यों सूंघ गया ?
अब केजरीवाल ज़रूर पछता रहे होंगे कि जेल से बाहर आए तो आए ही क्यों ? क्या इसी तरह नरभसाने के लिए ?
जैसे तब सब राममय था, वैसे अब भी सब राममय है।
"यह कौन सा रूप धारण कर लिया देव? मैंने पुत्र मांगा था, ईश्वर नहीं। मुझे आपको गोद में खिलाना है। आपकी किलकारियों पर मोहित होना है, आपकी चञ्चलता पर मुग्ध होना है। आपको रोते हुए देखना है, आपको…
कोउ नृप होउ हमहि का हानी , का संवाद कसौटी पर कसा जा चुका है
आप सोचिए कि 40 बरस से आतंक का पर्याय रहा अतीक़ अहमद क्या कभी कांग्रेस , सपा या बसपा राज में इस दुर्गति को प्राप्त होता ?
जब राजीव गांधी ने अमेठी में बंपर बूथ कैप्चरिंग करवाई और पत्रकारों को पिटवाया
दिसंबर , 1984 के लोकसभा चुनाव में अमेठी की बूथ कैप्चरिंग तब और महत्वपूर्ण हो जाती है कि जब पूरे देश में इंदिरा गांधी की हत्या के नाते , इंदिरा लहर थी । प्रचंड लहर थी । तब किस बात का डर था…