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कथावाचक पं. प्रदीप मिश्र को नाक रगड़ने को क्यों विवश किया गया?

एक लोकप्रिय कथावाचक को इतना अपमानित किया गया? कहीं इसके पीछे वर्चस्व की राजनीति तो नहीं? संत-समाज कथावाचकों-प्रवचनकारों को नीची दृष्टि से देखता रहा है। किन्तु लाडली-जू पर कही गई कुछ बातों-…

मूत्र संबंधी समस्या है तो शर्माएं नहीं, इलाज कराएं: डॉ. तुषार दानी

50 वर्ष की उम्र के बाद महिला व पुरुषों में - बार-बार लघुशंका की शिकायतें शुरू हो जाती है। इसके बाद यह बीमारी लगातार बढ़ती जाती है। इसका मुख्य कारण है इंफेक्शन, महिलाओं में मासिक बंद होने के…

नया अध्यक्ष कौन ? भूपेश बघेल?

भूपेश बघेल ने विपक्ष में रहते हुए अपने नेतृत्व से कांग्रेस संगठन को मजबूती दी लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद न केवल उनमें वरन छुटभैये नेताओं के भी आचरण में सत्ता के अहंकार का जो विष फैला उससे…

हरमंदिर साहब में योग करने पर सिखों की भावनाएँ क्यों भड़क जाती हैं?

कट्टरवादी यह बात भूल जाते हैं कि जब मुस्लिम लीग ने डाइरेक्ट एक्शन डे मनाया था तब मुल्क में अंग्रेज़ों का निज़ाम था और बंगाल में जिन्ना का दाहिना हाथ हुसैन शहीद सोहरावर्दी सत्तासीन था इसलिए…

अंततः आठ सौ वर्ष के बाद नालंदा विश्वविद्यालय पुनः उठ खड़ा हुआ

राम मंदिर 500 वर्ष बाद बनता है, नालन्दा विश्वविद्यालय 800 वर्ष बाद। यूँ ही किसी दिन कोणार्क में पुनः होगी सूर्यदेव की प्रतिष्ठा, मुल्तान के उस ऐतिहासिक शिवालय में कोई करेगा महामृत्युंजय…

बृजमोहन के लिए अंगूर फिलहाल खट्टे क्यों हैं?

यह निश्चित है कि राज्य की राजनीति में अब बृजमोहन अग्रवाल का सीधा दखल नहीं रह पाएगा। चार दशक से प्रदेश की राजनीति करने वाले व्यक्ति के लिए यकीनन यह स्थिति बहुत पीड़ादायक है। बृजमोहन की कसक को…

7 वर्ष से लगातार मुख्य मंत्री बने रह कर योगी ने एक बड़ा रिकार्ड बनाया

उत्तर प्रदेश में 7 वर्ष से लगातार मुख्य मंत्री बने रह कर योगी आदित्य नाथ ने एक बड़ा रिकार्ड बना दिया है। इस से ज़्यादा समय तक अभी तक उत्तर प्रदेश में लगातार कोई और मुख्य मंत्री नहीं रह पाया…

वो बच्चा जिसे वैष्णों माता की यात्रा के दौरान बस रोक कर आतंकियों ने मार दिया।

इस बच्चे के लिए कहीं कोई संवेदना नहीं, कहीं कोई शोक नहीं, प्रतिक्रिया का कोई स्वर नहीं... जबतक सामने टुकड़े न फेंके जाय, तबतक वे क्यों बोलेंगे? उनके लिए तो संवेदना भी धंधा ही है।

नीतीश कुमार एक पहेली क्यों हैं ?

नीतीश कुमार पलटी मारने में शुरू से ही उस्ताद हैं। 1994 में लालू यादव से अलग रास्ता अपनाते हुए उन्होंने समता पार्टी बनाई, जिसने 1996 के आम चुनावों में भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी बनने का पथ…