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Politics
अगर इजराइल इन तीन मुद्दों में से एक पर भी कमज़ोरी दिखाता है, तो !
खाँटी वामपन्थी तो यही मानने के लिए तैयार नहीं होंगे कि हमास कोई आतंकवादी संगठन है जिसने कुछ ऐसा किया है जिसके लिए उसका समूल नाश हो ही जाना चाहिए, पर नव-वामपन्थी यह लाइन ले सकते हैं कि हमास…
क्या अटल जी भी पुराने भारत के मोदी ही हैं?
अटल जी भी पुराने भारत के मोदी ही हैं। क्योंकि जिस समय देश में उन्हें शासन की जिम्मेदारी मिली, उस समय सत्ता भले लोकतंत्र के टमटम पर चढ़कर बदल गई हो, लेकिन देश चलाने वाला न ही तंत्र बदला था,…
तुग़लक़ पागल नहीं , बहुत बुद्धिमान था पर बतौर प्रशासक अक्षम भी लेकिन आज के तुग़लक़ ?
Positive India:Dayanand Pandey:
राजनीति में कुछ लोग सेक्यूलर होने का ढोंग चाहे जितना भी कर लें , लेकिन धर्म का राजनीति पर हमेशा से बहुत गहरा प्रभाव रहा है , सर्वदा रहेगा । एक शासक हुआ है…
गाजा के अल अहली अस्पताल को किसने उड़ाया?
हमारे प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने कहा है इसमें इंवॉल्व लोगों की जिम्मेवारी तय की जानी चाहिए। बाईडेन ने कहा कि अस्पताल पर अटैक के पीछे इसराइल नहीं है कोई दूसरी पार्टी है।
तीर्थराज प्रयागराज के वैभव को याद कीजिए , प्रयागराज को प्रणाम कीजिए !
कुछ अकबर प्रेमी लोग मरे जा रहे हैं अल्लाहाबाद के लिए । बताते नहीं थक रहे कि अकबर ने इलाहाबाद के लिए बांध बनाए , नदियों के नाम नहीं बदले आदि-इत्यादि । तो क्या यह एहसान किया ? नदियों का नाम…
Politician Manish Tiwari Talks About The Role of Free Press For Stable And Successful…
In a freewheeling conversation with Elsa Lycias Joel, Manish Tewari talks about his early days, memories of travelling, how capable and visionary governance can complement our diversities to…
भारत में बैठकर बेंजामिन नेतन्याहू से प्रश्न?
विश्व भर के मुसलमान सबसे ज्यादा ध्रुवीकृत हो रहे हैं, लेकिन जो बच गए चाहे वे ज्यूस हों या हिंदू, कितने भी तटस्थ हों, आखिरकार अध्रुवीकृत हुए कैसे रह सकते हैं?
स्वच्छ भारत आंदोलन के स्वर्णिम दौर में हम कूड़ाप्रधान देश क्यों बन रहे हैं?
कुकुर भी जिस स्थान पर बैठता है, उसे पूँछ से बुहार देता है। फिर मनुज ही कूड़े का कुबेर क्यों बन बैठा है?
आधुनिक इस्राइल का जन्म भारतीय सैनिकों की हैफ़ा विजय से ही हुआ है
Positive India:Rajkamal Goswami:
प्रथम विश्व युद्ध से पहले समूचा मध्यपूर्व जिसमें ईराक़ सीरिया जॉर्डन लेबनान सब शामिल था तुर्की के उस्मानी ख़िलाफ़त का अंग था । वही ख़लाफ़त जिसकी सुरक्षा के…
गाजा पट्टी के नागरिकों से एक पैसे की सहानुभूति भी नहीं है
गाजा पट्टी के नागरिकों से एक पैसे की सहानुभूति भी नहीं है। इस लिए कि अगर वह सभ्य शहरी होते तो अपने आंगन में आतंकी हमास को फूलने-फलने नहीं देते। आतंक और आतंकी के किसी भी समर्थक से कभी भी किसी…