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Politics
पुस्कार मतलब सुख और दुश्मन दोनों एक साथ
यह वही टैगोर हैं जिन की तमाम मूर्तियां लगभग यही लोग पश्चिम बंगाल में तोड़ डालते हैं। सत्तर के दशक की बात है यह। यह वही समय है जब बेटों के खून में भात सान कर मां को खिलाया गया। साहित्य अकादमी…
महादेव ऐप केस में भूपेश बघेल के विरुद्ध दर्ज हुई एफआईआर
Positive India:Raipur:
ईओडब्लू(EOW) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ महादेव ऐप कैसे में एफआईआर दर्ज कर लिया है । भूपेश बघेल पर फ्रॉड का शिकंजा कस चुका है।
EOW ने भूपेश बघेल के…
कैसे कुछ लोग अपने को अपने बाप का बताने को ले कर होड़ में लग गए हैं
अपनी फ़ासिस्ट विचारधारा को मनवाने के लिए लोगों को डिक्टेट करने लगते हैं। आप उन का डिक्टेशन नहीं मानते तो आप हरामी हैं। अपने बाप के नहीं हैं। ऐसा नैरेटिव बनाते हैं। पर अब यह नैरेटिव अपना रंग…
Breaking: Modi Govt Launches ETHANOL 100 Fuel
Positive India:New Delhi:
Shri Hardeep Singh Puri, Union Minister for Petroleum & Natural Gas and Housing and Urban Affairs, launched ‘ETHANOL 100, a revolutionary automotive fuel at…
बस्तर : द नक्सल स्टोरी
बस्तर : द नक्सल स्टोरी सत्य घटनाओं पर आधारित फिल्म है। देश में अराजकता फैलाकर देश को कमजोर करने और फिर तोड़ने की विदेशी ताकतों की साजिशों की कहानी है।
CAA लागू होने से मुसलमानों को क्या नुक़सान है ?
तो मुसलमानों के लिए मुल्क छोड़ कर जाना सुन्नत है । उन्हें भारत में रहने के लिए नागरिकता की क्या ज़रूरत ! धरती अल्लाह की है और अल्लाह ईमान वालों का ।
दिव्यास्त्र लॉन्च के बाद भारत ने पोखरण में दिखाई ‘भारत शक्ति’
बीते 10 वर्षों में, भारत ने अपना लड़ाकू हवाई जहाज बनाया है। भारत ने अपना aircraft carrier बनाया है। ‘C–295’ transport aircraft भारत में बनाये जा रहे हैं। आधुनिक इंजन का निर्माण भी भारत में…
क्या ज्युडिशियल नेक्सस ने इलेक्टोरल बॉन्ड का मामला जानबूझकर ’24 लोकसभा चुनाव से…
लेकिन मोदी की राजनीति इतनी सस्ती होती तो आज वे एक चाय बेचने वाली शख्सियत से उठकर दिल्ली की गद्दी तक कदापि न पहुंच पाते। मोदी जी ने CAA का नोटिफिकेशन इंट्रोड्यूस कर दिया और एक झटके में सारे…
Breaking: मोदी सरकार ने देशभर में लागू किया CAA
केंद्र की मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून का नोटिफिकेशन जारी कर विपक्षियों को हैरत में डाल दिया है।
भारत के पहले परखनली शिशु विशेषज्ञ को आत्महत्या क्यों करनी पड़ी?
डॉक्टर सुभाष मुखोपाध्याय इस खोज के लिये चिकित्सा विज्ञान के नोबेल पुरस्कार के हकदार थे । दुनिया की हज़ारों लाखों बाँझ महिलाओं के लिये आशा की किरण ले कर आये थे वह ।
परंतु निकम्मी वामपंथी…