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Editorial

कृष्ण अभी तक सबसे ज्यादा माने जाने के पश्चात सबसे कम समझे जाने वाले भगवान हैं

कृष्ण का दर्शन ही मेरे देखे '''' सहज मार्ग ''' है .... उन्होने अपनी चेतना को किसी भी बंधन में नहीं रखा ,,,, उन्होने परमात्मा को धर्म के नियमों के छाते के नीचे आकार देखने की बजाय ,,,,, खुले…

नीम करौली बाबा के कुछ प्रवचन बिल्कुल अपने घर के जिम्मेवार बुजुर्गों की सलाह जैसे हैं।

नीम करौली बाबा हनुमान जी के भक्त थे। हमेशा कम्बल लपेटे रहते थे। उत्तर प्रदेश के अकबरपुर से निकले तो देश के अनेक हिस्सों में घूमते रहे। जिधर गए उधर के भक्तों ने नया नाम दे दिया।

दुनिया बहुत बड़ी है, अपने दिमाग़ को खोलो, उसको बेमाप विस्तार दो।

हिन्दी के इतने बड़े कवि के लिए आचार्य शंकर का कोई अस्तित्व क्यों नहीं? अद्वैत-वेदान्त से उसे कोई लेना-देना क्यों नहीं?

मुस्लिम समाज और वामपंथी समाज जितना कट्टरपंथी कोई और समाज नहीं है

पढ़े-लिखे जाहिल भी भारत माता की जय बोलना अपराध समझते हैं । भारत माता की जय बोलने वालों को अस्पृश्य समझते हैं । इन जाहिल और जंपट लोगों को वंदे मातरम ही नहीं जन गण मन गाने में भी अपराध दीखता…

त्रेता युग के सब से बड़े राम भक्त अगर हनुमान हैं तो कलयुग के बड़े राम भक्त कल्याण सिंह

कल्याण सिंह न होते , उन की डिप्लोमेसी , उन की तिकड़म न होती , तो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कभी नहीं होता।

विष्णु देव साय का कितना नियंत्रण

साय सरकार के भीतर व बाहर जो नये शक्ति केंद्र बन गए हैं , उससे यह सोच पाना मुश्किल है कि वास्तव में सरकार कौन चला रहा है? मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय या कोई और? कहा जाता है कि साय दरअसल दबाव…