Positive India:Vishal Jha:
स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फ़िको(Prime Minister Robert Fico) को गोली मारी गई है। सिर्फ इस बात के लिए कि वह अपने देश के लिए दुनिया की वामपंथी उदारवादी नीतियों से बेपरवाह होकर एक मजबूत स्टैंड लेते थे। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ अपना स्टैंड लिया था। उन्होंने इस्लामीक घुसपैठियों के प्रवेश को खुलकर प्रतिबंधित किया था।
अब जब उन्हें गोली मारी गई है तब वहां की राजनीतिक आवोहवा में इस घटना को जस्टिफाई किया जा रहा। कहा जा रहा है कि सरकार की नीतियां नफरत फैलाने वाली थी और इसी नफरत की वजह से यह घटना हुई। एक लोकतांत्रिक देश में इस तरह की गंभीर घटना को कैसे जस्टिफाई किया जा रहा! यह एक प्रकार की विचारधारा के उन्माद को एक बार फिर बेनकाब कर रहा है।
गोली मारने वाला व्यक्ति पेशे से लेखक और राजनीतिक कार्यकर्ता था। इसमें कोई दो राय नहीं कि जैसे भारत में सुपारी पत्रकारिता से जो एक उन्माद तैयार होता है, ठीक उसी प्रकार के अनुवाद का शिकार वह भी था। वह तो सोचिए कि भारत में मोदी का व्यक्तित्व इतना मजबूत है, सुरक्षा इतनी गहरी है, अन्यथा मोदी विरोध की वामपंथी विचारधारा से जो उन्माद फैला हुआ है, वह रातों-रात कारनामा करने की क्षमता रखता है।
स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फ़िको के जल्द स्वस्थ लाभ की कामना। भगवान उनकी रक्षा करें।
साभार: विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार हैं)