ब्रेकिंग :ईडी ने मनी लांड्रिंग केस में छत्तीसगढ़ के आईएएस अधिकारियों के साथ खनन से जुड़े 12 लोगों पर रेड की
ED raids IAS, IPS and Mining Tycoons of Chhattisgarh.
Positive India:Raipur:
ईडी(ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग(Money Laundering) केस में छत्तीसगढ़ के शीर्ष अधिकारियों तथा खनन से जुड़े व्यापारियों के वहां रेड की। ईडी की यह रेड रायपुर, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़, महासमुंद तथा कोरबा में 12 ठिकानों पर हुई।
आज सुबह 6:00 बजे ईडी अफसरों की टीम रायगढ़ कलेक्टर आईएस रानू साहू के वहां पहुंच गई। इतना ही नहीं कलेक्टर रानू साहू के पति जयप्रकाश मौर्य के ठिकानो पर भी ईडी की टीम ने दबिश दी। आईएस जयप्रकाश मौर्य छत्तीसगढ़ के खनन प्रमुख हैं।
ई डी की रेड की चपेट में राज्य के 3 आईपीएस अधिकारी भी है।
ईडी की एक टीम ने सौम्या चौरसिया के ठिकानों पर धावा बोला। सौम्या चौरसिया छत्तीसगढ़ की चर्चित ऑफिसर है, जो फिलहाल मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात है। पिछले 1 साल में उनके ठिकानों पर यह चौथी छापेमारी है। अभी हाल ही में इनकम टैक्स ने सौम्या चौरसिया के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। कोहका रोड स्थित सूर्या रेसीडेंसी में आज सुबह करीब 6:00 बजे ईडी ने उनके घर पर धावा बोला तथा दर्जनों दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए, जिनकी ईडी के अधिकारियों की एक टीम सघन जांच कर रही है।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक माइनिंग से जुड़े मामलों को लेकर ई डी ने यह छापेमारी की है।
रायपुर राजधानी समेत कई जिलों जैसे दुर्ग रायगढ़ कोरबा तथा महा संबंध में ईडी की अलग-अलग टीमों ने दबिश दी। इनमें प्रमुख रूप से जय अंबे कंपनी, रायपुर के देवेंद्र नगर में सीए विजय मालू, महासमुंद में अग्नि चंद्राकर, लक्ष्मीकांत तिवारी, अजय नायडू तथा सूर्य कांत तिवारी है, डिस्टिक कांग्रेस प्रेसिडेंट बादल मक्कड़, रियल स्टेट बिजनेसमैन सनी लूनिया। मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में 108 का संचालन जय अंबे कंपनी ही करती है। बहुत सारी परिचालन अनियमितताओं के बावजूद जय अंबे पर छत्तीसगढ़ सरकार कोई कार्यवाही नहीं कर पाती क्योंकि ऐसा माना जाता है कि सत्ता पक्ष के रसूखदार लोगो का इस कंपनी पर हाथ है।
ईडी की छापेमारी अभी भी चल रही है। इतना ही नहीं ईडी ने सीआरपीएफ से एडिशनल फोर्स की मांग की है। इससे लगता है कि ई डी की राडार पर कुछ और बड़े अधिकारी हो सकते हैं।