Positive India:Rajesh Jain Rahi:
सबको फिकर आज, अपनी ही हो रही है,
भारती की कहो फिर, बात कौन करेगा।
बिकने लगी शराब, खुलने लगे बाजार,
कोरोना से मत पूछो, कौन कब मरेगा।
सरकार का खजाना, आपको ही भरना है,
पेट आपका न जाने, कब कैसे भरेगा।
मुफ्त पानी वाले दिन, पूरे हुए दिल्ली वालों,
महँगाई का पेट्रोल, खुशियों को हरेगा।
लेखक: राजेश जैन राही, रायपुर