भोंगापाल में राष्ट्रीय सेवा योजना के छह दिवसीय शिविर के समापन समारोह में शामिल हुए उद्योग मंत्री
राष्ट्रीय सेवा योजना से छात्रों में विकसित होती है नेतृत्व क्षमता और जिम्मेदारी की भावना: श्री कवासी लखमा
Positive India:Raipur:
वाणिज्यकर (आबकारी) एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा कल कोण्डागांव जिल के ग्राम भोंगापाल (विकासखण्ड फरसगांव) में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के मेगा कैंप के समापन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना से छात्रों में नेतृत्व क्षमता, टीम भावना और अनुशासन का विकास होता है। ऐसे शिविरों में छात्रों को सामाजिक कार्याे से जुड़ने का मौका मिलता है, इससे उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक मुद्दों के बारे में समझ विकसित होती है। इस शिविरों में छात्र एक जिम्मेदार नागरिक बनने का गुण भी सिखते हैं। श्री लखमा नेे इस अवसर पर सभी छात्रों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को विधायक विक्रम मण्डावी ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, उपाध्यक्ष रविघोष, जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम, सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के ग्राम भोंगापाल में 03 जनवरी से 08 जनवरी तक आयोजित छह दिवसीय शिविर में लगभग एक हजार छात्रों ने स्थानीय लोगो की सहभागिता से अनेक प्रकार के सामुदायिक कार्य जैसे ग्राम की साफ-सफाई, नाला बंधान, सामाजिक एवं आर्थिक सर्वे, बच्चों के कुपोषण के विरुद्ध जागरुकता अभियान जैसे कार्यो में हिस्सा लिया। छात्रों ने भोंगापाल के अलावा नारायणपुर और कांकेर जिले के सीमावर्ती ग्रामों में भी सामुदायिक कार्यों में भाग लिया। श्री टीकाम ने बताया कि ग्राम भोंगापाल खेल महोत्सव का भी आयोजन किया गया। खेल आयोजन में बॉलीबाल, कबड्डी, तीरअंदाजी, खो-खो, दौड़, जैसे खेलों में तीन हजार से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।जिला स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना के संयोजक आर.के.जैन ने बताया गया कि सभी कैडेट्स ने भोंगापाल के अतिरिक्त इसके आसपास के गांव जैसे आदवाल, बड़गई, कसई फरसगांव, मिश्री, झाकरी जैसे गांव में परियोजना सर्वे का कार्य किया। इस सर्वे में उनके द्वारा शिक्षा, साक्षरता, कुपोषण, कौशल विकास, पशुधन की स्थिति पर अध्ययन कर जानकारियाँ एकत्रित की। साथ ही छात्रों को बौद्धिक चर्चा के तहत वाद-विवाद, निबंध, क्विज प्रतियोगिता, विभिन्न प्रकार के मॉडल निर्माण के कार्यो एवं योगाभ्यास सिखाया गया। छात्रों ने सड़क समतलीकरण, सोख्ता गड्ढो के निर्माण में हिस्सा लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अंध श्रद्धा उन्मूलन, बेटी-बचाव बेटी-पढ़ाओ, शौचालय निर्माण की उपयोगिता, सुपोषण के फायदे जैसे विषयों पर प्रस्तुतियाँ की गई।