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बघेल सरकार ने 3 महिला महाविद्यालयों की अनुदान राशि रोकी

कांग्रेस सरकार की महिला शिक्षा नीति पर बड़ा प्रश्न चिन्ह?

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Positive India:Raipur: भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ के तीन महिला महाविद्यालयों के वेतन अनुदान की राशि पर रोक लगा दी है। जिन महिला कॉलेजों के अनुदान पर रोक लगाई है, इनमें है गुरुकुल महिला महाविद्यालय रायपुर, श्रीमती प्रमिला गोकुलदास डागा कन्या महाविद्यालय रायपुर, एवं अग्रसेन कन्या महाविद्यालय कोरबा।
ज्ञात हो, रमन सरकार ने 2014 में वेतन व भत्तों के मद में उक्त महिला महाविद्यालयों को अनुदान की स्वीकृति दी थी। इस अनुदान की राशि 2014-15 से 2017 तक नियमित रूप से प्राप्त हो रही थी।
सूत्रों के अनुसार,बघेल सरकार के आने के बाद अनुदान के भुगतान की राशि रोक दी गई। इतना ही नहीं वर्तमान सरकार ने 2019 के बजट में इसका कोई प्रावधान ही नहीं किया है!!

बड़े हैरानी की बात है, एक तरफ जहां बघेल सरकार ने नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जिले में कन्या महाविद्यालय खोलने की घोषणा की है, वहीं दूसरी तरफ नारी शिक्षा के उत्थान के लिए समर्पित तीन-तीन कन्या महाविद्यालयों की अनुदान राशि रोक दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह कदम कांग्रेस सरकार की शिक्षा नीति पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है। सरकार के इस दोहरे कार्य प्रणाली से इन तीनों महाविद्यालयों में कार्यरत शैक्षणिक और अशैक्षणिक कर्मचारियों का जीवन प्रभावित हो रहा है। ज्ञात हो कि गत 10 माह से शासन द्वारा अनुदान राशि रोके जाने के बावजूद इन महाविद्यालयों के शिक्षक व कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्यों का संपादन कर रहे हैं। पर कब तक?

निजी शिक्षण संस्थाएं समाज को शिक्षित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं; तिस पर कन्या महाविद्यालय जहां पर सिर्फ नारी को शिक्षित किया जाता है। कहावत भी है कि अगर आपने एक नारी को शिक्षित कर दिया तो समाज स्वत: शिक्षित हो जाता है। यह सब जानते हुए तथा समझते हुए भी भूपेश बघेल सरकार से ऐसी गलती क्यों हो रही है?

क्या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बात का संज्ञान लेंगे? क्या वे रुके हुए अनुदान को बहाल कर राज्य में नारी शिक्षा को कांग्रेस के वायदे के अनुसार नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे? इन प्रश्नों के सकारात्मक उत्तर का इंतजार है।

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