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वनांचल क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो रही मोहल्ला क्लास

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पॉजिटिव इंडिया,रायपुर(सरगुजा), 10 सितम्बर 2020,

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वैश्विक महामारी कोरोना काल के प्रतिकूल दौर में बच्चों को सतत शिक्षा से जोड़ने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ‘‘पढ़ई तुंहर द्वार’’ कार्यक्रम के तहत घर मे ही ऑनलाइन पढ़ई की शुरुआत की लेकिन दूरस्थ एवं वनांचल क्षेत्र में नेटवर्क की सुविधा नही होने के कारण यह माध्यम कारगर नही हो पाई। इन क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ‘‘पढ़ई तुंहर पारा’’ के तहत मोहल्ला क्लास शुरू किया गया जो सार्थक साबित हो रही है।
सरगुजा जिले के सभी हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाई तुंहर द्वार के तहत ऑनलाईन तथा प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक कक्षा के बच्चों को मोहल्ला क्लास के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। ऑनलाइन क्लास को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए बुल्टू के बोल जैसी एप्लीकेशन भी शिक्षकों द्वारा डाऊनलोड किया जा रहा है।
सरगुजा जिले के उदयपुर, बतौली, लुण्ड्रा, सीतापुर, लखनपुर अम्बिकापुर एवं मैनपाट विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में “पढ़ई तुंहर पारा“ के तहत मोहल्ला क्लास शुरू किया गया है। “पढई तुंहर पारा“ के अंतर्गत सात अवधारणाएं-सामुदायिक सहभागिता, बहुकक्षा, बहुस्तरीय शिक्षण एवं पीयर लर्निंग, गतिविधि आधारित शिक्षण, वर्कशीट और आंकलन के उपकरण, स्थानीय सांस्कृतिक गतिविधियों द्वारा विद्यालयीन पाठ्यक्रम का निर्माण तथा समुदाय के साथ अन्तः क्रिया शामिल हैं। शिक्षकों द्वारा गांव के घरों में जहां अतिरिक्त बरामदा है, वहां मोहल्ला क्लास लगाई जा रही है और जहां बरामदा उपलब्ध नही है वहां खुले में कक्षा लगाई जा रही हैं। मोहल्ला क्लास में कोरोना संक्रमण से बचने मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है।
मैनपाट विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य प्राथमिक शाला बड़वापाट की शिक्षिका श्रीमती कविता सिंह ने भी मोहल्ला क्लास गांव के एक बरामदे में शुरू की है। उन्होंने बताया कि मोहल्ला क्लास में बच्चे रुचि ले रहे हैं और रोज पढ़ने आते है। इसी प्रकार प्राथमिक शाला कोटछाल के दिव्यांग शिक्षक श्री अबिल साय के द्वारा खुले में मोहल्ला क्लास का संचालन कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। वे अपनी ट्राइसायकल से बच्चों को पढ़ाने आते हैं। मोहल्ला क्लास में शाला संगवारी छात्र चलित पुस्तकालय की स्थापना कर बच्चों को नियमित पुस्तक वाचन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही रचनात्मक गतिविधियों का भी आयोजन किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मार्च माह के अंतिम सप्ताह मे ही कोरोना वायरस से बचाव को दृष्टिगत करते हुए देशभर में लॉकडाउन लागू कर स्कूलों को बंद करना पड़ा। इस दौर में भी बच्चों को स्कूली गतिविधियों से जोड़े रखने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ‘पढ़ई तुंहर दुवार‘ के नाम से ऑनलाइन शिक्षा व शैक्षिक गतिविधियां संचालित करने का नवाचार लागू किया। जिले में शिक्षकों ने भी ऑनलाइन पढ़ाई का तकनीकी प्रशिक्षण लेकर घर से ही सीजीस्कूल डॉट इन के तहत वेबेक्स एप के माध्यम से वर्चुअल कक्षाएं संचालित की। अब ’पढ़ई तुंहर पारा’ के अंतर्गत मोहल्ला क्लास शुरू कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।

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