Positive India:Rajesh Jain Rahi:
बकरी भी देगी अब, बाघ को समर्थन,
सीख लेगी राजनीति, जान बच जाएगी।
लाल बत्ती का जो मिले, ऑफर लुभावना सा,
राजाजी की बात मुझे, झट जँच जाएगी।
वक़्त की कहानी में हैं, मोड़ काफी नए नए,
मन्थरा वो वनवास, फिर रच जाएगी।
हारा हुआ हरियाणा, जीता जीता लगता है,
जीतकर मुम्बई में, रार मच जाएगी।
लेखक:कवि:राजेश जैन राही, रायपुर