Positive India Delhi 19 may 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को टीकाकरण को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एक सशक्त माध्यम बताया और कहा कि बड़े पैमाने पर इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार के प्रयास निरंतर जारी हैं।
राज्यों और जिलों के अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों पर बहुत ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि जब जिला कोरोना को हराएगा तभी देश कोरोना से जंग जीतेगा।
उन्होंने कहा,टीकाकरण कोविड से लड़ाई का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए इससे जुड़े हर भ्रम को हमें मिलकर दूर करना है। कोरोना के टीके की आपूर्ति को बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम केयर्स के माध्यम से देश के हर जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने पर तेजी से काम किया जा रहा है और कई अस्पतालों में इन संयंत्रों ने काम शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में इस समय कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं तो कुछ राज्यों में बढ़ भी रहे हैं।
उन्होंने कहा,कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। हमारी लड़ाई एक एक जीवन बचाने की है।
मोदी ने स्थानीय निषिद्ध क्षेत्र, व्यापक जांच और लोगों तक उचित जानकारी पहुंचाने को कोरोना के खिलाफ हथियार बताते हुए अधिकारियों से कहा कि महामारी के खिलाफ इस युद्ध में उनकी एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा,आप एक तरह से इस युद्ध के फील्ड कमांडर हैं। हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां हैं। आप अपने जिले की चुनौतियों को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं। इसलिए जब आपका जिला जीतता है, तो देश जीतता है। जब आपका जिला कोरोना को हराता है, तो देश कोरोना को हराता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिलों में चिकित्सा के साथ ही हर चीज की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना भी जरूरी है और अपनी जरूरतों को तेजी से रेखांकित करके, उनका प्रबंध भी करना है।उन्होंने कहा,चुनौती जरूर बड़ी है, लेकिन हमारा हौसला उससे भी बड़ा है।उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोविड के अलावा उन्हें अपने जिले के हर एक नागरिक की जीवन की सुगमता का भी ध्यान रखना है। उन्होंने कहा,हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी जरूरी आपूर्ति को भी बेरोकटोक चलाना है।
साभार पीटीआई