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डॉ ललित शाह यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष निर्वाचित हुए

डॉ ललित शाह दिल्ली में चल रही 56वी यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया की राशि कांफ्रेंस में निर्वाचित अध्यक्ष घोषित किए गए । डॉ ललित शाह अगले वर्ष पटना में 57वी यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया में अपना…

यहां तो स्त्री कंधा से कंधा मिला कर चलती मिलती है

सीता न होतीं तो क्या रामायण की कथा ऐसी ही होती ? या कि द्रौपदी नहीं होतीं तो क्या महाभारत का प्रस्थान बिंदु और उस का आख्यान यही और ऐसे ही होता भला ? सुमित्रा नंदन पंत लिख ही गए हैं ;…

ब्रेकिंग:प्रधानमंत्री मोदी 6 फरवरी को कर्नाटक में एचएएल की हेलीकॉप्टर फैक्ट्री…

हेलीकॉप्टर फैक्ट्री 615 एकड़ भूमि में फैली हुई है, जिसकी योजना देश की सभी हेलीकॉप्टर आवश्यकताओं के लिए वन-स्टॉप समाधान बनने की दृष्टि से बनाई गई है। यह भारत की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण…

हमें गलत बताया कि शूद्रों को शिक्षा का अधिकार नहीं था

अंग्रेजों ने हमें यह बताया कि शूद्रों को शिक्षा का अधिकार नहीं था । इसका परीक्षण करना ज़रूरी है । अंग्रेजों का तो काम ही था देश में फूट डाल कर अनंत काल तक भारत पर राज करना और उसका आर्थिक…

कुतर्की और नफरत के शिलालेख लिखने वाले जहरीले लोगों के विमर्श में फंसने से कृपया बचें

आप जहरीले लोगों के उकसावे में आ जाते हैं। कौआ कान ले गया में फंस जाते हैं। दूसरा और महत्वपूर्ण कारण यह है कि आप इस उकसावे में यह भी भूल जाते हैं कि तुलसीदास ने रामचरित मानस हिंदी में नहीं…

गुजरात के कच्छ के रण में 7 से 9 फरवरी, 2023 तक अपनी पहली जी-20 पर्यटन कार्य समूह की…

जी20 के दौरान पर्यटन के 5 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर जोर दिया जाएगा जैसे पर्यटन क्षेत्र को हरित बनाना, डिजिटलीकरण की शक्ति का उपयोग करना, युवाओं को कौशल के साथ सशक्त बनाना, पर्यटन क्षेत्र…

आप के रोल माडल आखिर बिन लादेन , बगदादी , बुरहान वानी या ज़ाकिर नाईक जैसे हरामखोर…

ब्रिटिशर्स यहां व्यापारी बन कर आए थे लेकिन मुगल तो सीधे-सीध आक्रमणकारी बन कर आए थे । सोने की चिड़िया को लूट लिया । जाने कितने मंदिर लूटे और तोड़े बारंबार । समृद्धि , सुख-चैन लूट लिया । उन का…

लेखक ,लेखिका और पत्रकार लिव इन रिलेशनशिप को लीचड़ और गलीज परम्परा क्यों करार देते…

लेखक बोलने के लिए जाने जाते हैं। कोई उनका गमछा छू देता है तो आंदोलन कर देते हैं। उनकी बाइक के आगे गड्ढा आ जाता है तो वहीं गमछा बिछा कर आंदोलन पर बैठ जाते हैं। और जब आपके ऊपर इतना बड़ा आरोप…

कितनी भी परेशानी कोई गिनालें, महानगर छोड़ हम नहीं जाने वाले।

Positive India:Sunil Pandey: गांव से शहर आए, हम ग्राम वाले जिंदगी है अब महानगर के हवाले। आंखों ने इतने सतरंगी सपने पाले अंतरंगी क्षण को वक्त कब निकाले। पैसा हाथ का मैल, कितना ही…