Positive India:Prayagraj;5 April: प्रधानमंत्री मोदी का 5 तारीख को 9:00 बजे, 9 मिनट तक दीया जलाने का आग्रह, वास्तव में
आत्मशक्ति के प्रकाश से कोरोना से उपजे संकट काल के अंधेरे को मिटाने का प्रयास है।
भारतीय सनातन परंपरा के अनुसार सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलन द्वारा वातावरण में फैली नकारात्मक शक्तियों का नाश किया जा सकता है । महंत हरि गिरी का मानना है कि सनातन काल से अंधेरा मिटाने के लिए तेल और घी से दीपक जलाने की परंपरा रही है । आत्मशक्ति के प्रकाश से संकटों के अंधेरे को दूर किया जा सकता है।
वर्तमान में उपजे कोरोना संकट से निजात पाने के लिए दीप प्रज्वलन का निर्णय बिल्कुल सही लिया गया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे 9 मिनट के लिए घरों में लाइट बंद करके दिया, मोमबत्ती, मोबाइल की फ्लैश लाइट या टॉर्च जलाने के आग्रह के बाद अचानक से मिट्टी के दिए और मोमबत्तिओं की बिक्री में तेजी आ गई है।
शहर में कर्नलगंज, अलोपीबाग, सोहबतियाबाग, कटरा, बलुआघाट, पूरा गड़ेरिया, मुंडेरा, नैनी आदि क्षेत्रों में कुम्हार मिट्टी के दीए बनाने का काम करते हैं । यूं तो कुम्हारों का व्यवसाय सामान्य ही रहता है ,लेकिन प्रधानमंत्री के आग्रह के बाद अचानक कुम्हारों के व्यवसाय में तेजी और चेहरे पर चमक आ गई है । मोमबत्तियों के कारोबारी और कुम्हारों का मानना है कि शनिवार रविवार को व्यवसाय में तेजी बनी रहेगी । ज्यादा से ज्यादा दिए बिकने की उम्मीद से कुम्हार काम पर लग गए हैं।
संवाददाता: विनीत दूबे-एडवोकेट,इलाहाबाद हाईकोर्ट।