

पॉजिटिव इंडिया :नयी दिल्ली;14 जुलाई ,
(भाषा) केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने देश में जिंस कारोबार के लिये सुरक्षित प्रणाली अपनाये जाने पर जोर देते हुये शनिवार को कहा कि भारत के पास जिंस बाजार में विभिन्न जिंसों का उचित दाम तय करने वाला देश बनने की क्षमता है। ठाकुर के वित्त मंत्रालय और कारपोरेट मामलों के राज्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि एक मजबूत जिंस बाजार से रोजगार सृजन में भी मदद मिलेगी।
ठाकुर यहां ‘रोजगार सृजन एवं सतत विकास लक्ष्यों के लिए भारतीय जिंस बाजार का निर्माण’ विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे।
ठाकुर ने कहा,सतत रोजगार सृजन के लिए जिंस बाजार बनाना चाहिए। यह बात गौर करने लायक और अहम है कि सभी हितधारकों के लिए जिंस बाजारों की प्रणाली को सुरक्षित बनाने की जरूरत है।
ठाकुर ने कहा,जिंस बाजार में कीमतें स्वीकार करने वाला देश बनने के बजाय भारत को कीमतें तय करने वाला देश बनना चाहिये, इसके लिये यह उपयुक्त समय है। हाल ही में भारत पहला ऐसा देश बन गया है जिसने हीरा डेरिवेटिव शुरू किया है। दुनिया में हीरा तराशने और पॉलिश करने के कारोबार में भारत अग्रणी देश है। इससे भारतीय जिंस बाजार की क्षमता का पता चलता है।
वर्ष 2015 से पूंजी बाजार नियामक सेबी ही जिंस बाजार का भी नियमन कर रहा है। केंद्र की राजग सरकार ने जिंस और शेयर बाजारों के लिए समान धरातल उपलब्ध कराने और सारी बाधाएं दूर करने का वादा किया है।
ठाकुर ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जिंस बाजार की गतिविधियां रोजगार निर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास में सहायक होनी चाहिये।
कमोडिटी पार्टिसिपेंट्स एसोसियेशन आफ इंडिया (सीपीएआई) की यहां जारी विज्ञप्ति में मंत्री के हवाले से कहा गया कि इसके लिये कानून में जरूरी बदलाव भी किये जायेंगे। किसी भी जिंस का सही, उचित मूल्य खोजने के लिये किसान, उत्पादकों, जोखिम लेने वालों, हेज कारोबारियों सभ्ज्ञी को उसमें भाग लेना चाहिये।
सीपीएआई के अध्यक्ष और संस्थापक तथा एसकेआई समूह के प्रबंध निदेशक नरिन्दर वाधवा ने कहा,इस दिशा में हमारा हमेशा ही प्रयास रहा है कि उचित मूल्य की खोज करने और मूल्य जोखिम को समझने में किसानों, उत्पादकों और हेज कारोबारियों को प्रोत्साहित औश्र शिक्षित करते रहें।