Positive India:Suresh Mistry:
असली में राष्ट्र द्रोही लॉबी को यही बात हजम ही नही हो पा रही के भारत ने अमेरिका, फ्रांस, रशिया, चाइना जेसे अति विकसित और परम शक्तिशाली देशों के साथ सीधी स्पर्धा की टक्कर देते हुए वेकसीन बना कैसे ली….?
वह भी मोदी राज में यह अभूत उपलब्धि….?
यही वेक्सीन यूपीए टेप गठबंधन खिचड़ी सरकारी क़ाल का दौर होता तो यही लीग पजामे घुटनों तक उतार कर कमर झुका झुका सलामी दे रहे होते…
जहांपनाह तुसी ग्रेट हो, तोफा कबूल करो… फाउल बाबा जिंदाबाद…. लोंग लीव एंटोनियो…ममता दीदी जिंदाबाद…ओवेशी मिया जिंदा बाद….केजरी सेठ जिंदाबाद
और टूंटी उद्या जेसे पिद्दी खुद अपने हाथो ही उछल उछल निज कूल्हों पर सुई लेे रहे होते…
दरअसल सही पेट दर्द और कष्टप्रद ज्वलंत दाह इसी बात को लेकर है….की जालिम मोड़ी ने कोरुना महामारी काल को दिस्टिक्शन से उत्तीर्ण कर लिया है…. इस वैक्सीन के कुशलता पूर्वक देश में संचालित होते ही…. एक भव्य ऐतिहासिक विजय की कीर्ति मोदी के यश कलगी में वृद्धि करेगी….
विश्व की हर सर्जिकल स्ट्राइक की विजय से भी बड़ी ज्वलंत महा विजय हे यह कविड महामारी काल पर विजय
यह भला इन नपुंसक निर्लज्जों राष्ट्र घातीयों से सहन केसे हो…?
अब अगर दो चार माह और विलंब हो जाता वैक्सीन बनाने में इन्हीं साथ के दूसरे देशों की तुलना में तो यही जन्म रांडवे हाय तौबा मचाते की… हाय हाय मोदी वैक्सीन क्यों नहीं बना रहा…?
यह मोदी सरकार की विफलता हे…यह देश के लोगो को मारना चाहता है…आज भारत की वैक्सीन को लेने के लिए विश्व के 160 देश कतार में खड़े हे….और इस पर गौरव नहीं है इन अपनी अम्मी के शौहरों को…
किन्तु आज अगर भारत वैक्सीन नहीं बना पाता और उसे किसी अन्य देश से खरीदनी पड़ती यह स्थिति होती तो यही रंदवे चिल्लाते मोदी ने पैसा खाया हे… फैलाने देश, फलानी कम्पनी का वैक्सीन क्यों इसका क्यों नहीं…..हमारे नए पापा चाइना का क्यों नहीं…?
और हर संभव कोशिश करते वेक्सीन भारत में जितना हो सके उतनी विलंब पैदा करने की….अड़चने डालने की…. (राफेल याद करिए) …
और खुद विदेश सपरिवार दौड़ दौड़ टिके लगवा आते….
इनका असली दुख यह है कि देश मोदी राज में चाइना की वैश्विक महामारी वाली भीषण विषमता के दौर से विजय होकर बाहर निकल रहा है…तो क्यों निकल रहा है…
इन सबको उम्मीद थी कि महामारी के प्रकोप में भीषण मृत्यु दर और अफरातफरी का ऐसा तांडव होगा कि मोदी सरकार प्रचंड तूफान में तिनके की तरह उड़ जाएगी…
पर इन महा दर खोड़ी यो की ना अल्ल्ल ने सुनी ना ही जीजस ओला लेईया ने…और ना ही इनकी अम्मी के भार्तार कम्युनिस्ट चाइना पापा की कोई साजिश ही कारगर हुई….
फ़िलहाल बड़े वाला हाक थू समस्त सुटियो पर…
लेखक:✍️#सुरेश(ये लेखक के अपने विचार हैं)